दो भारतीय कोविड टीकों का निर्माण आत्मनिर्भर भारत अभियान की महत्वपूर्ण उपलब्धि: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि दो कोविड वैक्सीन विकसित करने में भारतीय वैज्ञानिकों और तकनीक विदों की सफलता आत्मनिर्भर भारत अभियान की एक प्रमुख उपलब्धि है और यह वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल की भावना से प्रेरित है। राष्ट्रपति ने कहा कि देश के आत्मनिर्भर भारत अभियान के पांच प्रमुख स्तंभ - अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और आपूर्ति श्रृंखला हैं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का तात्पर्य स्व-केन्द्रित प्रबंधन या देश को बंद करना नहीं है, बल्कि यह आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने का आत्मविश्वास है। राष्ट्रपति कोविंद आज प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2021 के समापन सत्र में बोल रहे थे।
श्री कोविंद ने कहा कि कोविड-19 महामारी से उत्पन्न बड़ी चुनौतियों से निपटने में भारत आगे रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने तकरीबन एक सौ पचास देशों को संबंधित दवाइयों की आपूर्ति की है। पूरी दुनिया भारत को विश्व की फार्मेसी के तौर पर देख रही है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने यात्रा में बहुत व्यवधान पैदा किये हैं। उन्होंने भारतीय समुदाय को इस मुश्किल समय में स्वदेश लाने के लिए विदेश मंत्रालय और राजदूतावासों की सराहना की। श्री कोविंद ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए विभिन्न देशों में भारतीय समुदाय महत्वपूर्ण चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति करने, फंसे हुए छात्रों की मदद करने, बुजुर्गों की देखभाल करने, धन एकत्र करने और जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक साथ आया है।
राष्ट्रपति ने विदेशों में लगभग तीन करोड़ भारतीय आबादी का उल्लेख करते हुए कहा कि ये दुनिया के प्रत्येक कोने में निवास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे यह सिद्ध हो गया है कि भारतीयों का सूर्य कभी अस्त नहीं होता। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस महात्मा गांधी के व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन का स्मरण करने का एक अवसर भी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गांधीजी ने भारतीयता, अहिंसा, नैतिकता, सरलता और सतत विकास को हमारे सिद्धांत बने रहने पर जोर दिया था। इसी दिन 1915 में महात्मा गांधी स्वदेश वापस आए थे। श्री कोविंद ने कहा कि राष्ट्र भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का ऋणी है, जिन्होंने भारतीय समुदाय को देश से फिर से जोड़ा। प्रवासी भारतीय दिवस 2003 में मनाना शुरू हुआ, जब वह देश के प्रधानमंत्री थे। राष्ट्रपति ने प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार के सभी विजेताओं को शुभकामनाएं दीं और विदेशों में भारत के बारे में बेहतर समझ बनाने के प्रयासों की सराहना की।