केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को दी जा रही अंतिम विदाई, राष्ट्रपति कोविंद व पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली/पटना। बिहार के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का गुरुवार शाम को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। गुरुवार को उनके बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने पिता के निधन की सूचना दी। पासवान के निधन की सूचना के बाद सियासी गलियारे में शोक की लहर है। केंद्रीय मंत्री के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर कई दिग्गजों ने दुख व्यक्त किया है।
शुक्रवार सुबह रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर एम्स से दिल्ली स्थित उनके आवास 12 जनपथ पर लाया गया। इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके आवास पर पहुंचकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पीएम मोदी ने परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। पीएम ने चिराग पासवान के कंधे पर हाथ रखकर ढांढस बंधाया।
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके आवास पर पहुंचकर रामविलास पासवान को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। आपको बता दें कि जेपी नड्डा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्रिमंडल में रामविलास पासवान के सहयोगी रह चुके हैं।
रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर आज दोपहर पटना पहुंचेगा। उनका पार्थिव शरीर पार्टी प्रदेश कार्यालय में भी रखा जाएगा, जहां उनके समर्थक और उन्हें चाहने वाले उनका अंतिम दर्शन करेंगे। कल यानि शनिवार को रामविलास पासवान का दाह संस्कार पटना के दीघा घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। पार्टी नेता राजेंद्र विश्वकर्मा ने इसकी जानकारी दी।
गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार, दिवंगत राम विलास पासवान के सम्मान में शुक्रवार को देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रध्वज आधा झुका रहेगा। जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा वहां अंतिम संस्कार के दिन भी राष्ट्रध्वज झुका रहेगा।
बता दें कि पासवान ने वर्ष 2000 में जनता दल (यूनाइटेड) से अलग होकर लोजपा का गठन किया था। पिछले साल पार्टी की कमान अपने पुत्र कमान चिराग पासवान को सौंपने से पहले वह लोजपा के संस्थापक अध्यक्ष रहे। राम विलास पासवान केंद्र सरकार में उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री थे। बीमार होने के कारण वह बीते एक महीने से ज्यादा समय से अस्पताल में भर्ती थे और हाल ही में उनके हृदय का ऑपरेशन हुआ था।