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समुद्री लड़ाई में भारत और मजबूत, डीआरडीओ ने एसएमएआरटी के सुपरसोनिक मिसाइल का किया सफल परीक्षण
By Deshwani | Publish Date: 5/10/2020 6:21:57 PM
समुद्री लड़ाई में भारत और मजबूत, डीआरडीओ ने एसएमएआरटी के सुपरसोनिक मिसाइल का किया सफल परीक्षण

ओडिशा। ओडिशा के तटीय क्षेत्र में एक परीक्षण रेंज से रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने अपनी स्वदेश निर्मित सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज ऑफ टॉरपीडो (स्मार्ट) का सफल उड़ान परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप, जिसे व्हीलर द्वीप के नाम से जाना जाता था, से पूर्वाह्न 11.45 बजे परीक्षण किया गया और सारे लक्ष्य सुगमता से प्राप्त किये गये। 

 
एक बयान में कहा गया कि यह प्रक्षेपण और प्रदर्शन पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताएं स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।  डीआरडीओ के एक अधिकारी ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफलता के लिए डीआरडीओ वैज्ञानिकों को बधाई दी। 
 
राजनाथ सिंह के ट्वीट में लिखा कि- "डीआरडीओ ने टॉरपीडो, एसएमएआरटी की सुपरसोनिक मिसाइल सहायता प्राप्त उड़ान का सफल परीक्षण किया है। यह पनडुब्बी रोधी युद्ध में स्टैंड-ऑफ क्षमता के लिए एक प्रमुख प्रौद्योगिकी सफलता होगी। मैं इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए डीआरडीओ और अन्य हितधारकों को बधाई देता हूं।"
 
650 किमी का इलाका होगा जद में
एसएमएआरटी एक सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल है जिसका मध्यम-भार वाले टारपीडो के रूप में पेलोड है, साथ में यह सुपरसोनिक एंटी-सबमरीन मिसाइल के रूप में काम करने वाला हथियार है। यह ट्रैकिंग स्टेशन (रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम) तट और टेलीमेट्री स्टेशनों के साथ-साथ नीचे के जहाजों सहित सभी चीजों की निगरानी कर सकती है।
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