ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
कृषि बिल मुद्दे पर कांगेस पार्टी आज से करेगी देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस, सभी बड़े नेता लेंगे हिस्सा
By Deshwani | Publish Date: 24/9/2020 9:45:13 AM
कृषि बिल मुद्दे पर कांगेस पार्टी आज से करेगी देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस, सभी बड़े नेता लेंगे हिस्सा

नई दिल्ली। कृषि बिल के मुद्दे पर कांगेस पार्टी आज देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। आज सभी राज्यों की राजधानी में कृषि बिल मुद्दे पर कांग्रेस के बड़े नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। सोनिया गांधी की सलाहकार समिति के साथ पार्टी महासचिवों और प्रभारियों की बैठक में 21 सितंबर को कांग्रेस ने पचास दिनों के देशव्यापी आंदोलन की रुपरेखा तय की थी। जिसके तहत कांग्रेस आज हर राज्य में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।
 
कांग्रेस नेता राजभवन तक निकालेंगे पदयात्रा
इसके बाद 28 सितम्बर तक हर राज्य में नेता राजभवन तक पदयात्रा निकालते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन राज्यपाल को सौंपेंगे।  बताया जा रहा है कि 2 अक्टूबर को हर जिले में धरना प्रदर्शन होगा और 10 अक्टूबर को हर राज्य में किसान सम्मेलन किया जाएगा। कांग्रेस कार्यकर्ता 31 अक्टूबर तक गांव-गांव जाकर हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। पार्टी ने 2 करोड़ हस्ताक्षर जुटाने का लक्ष्य रखा है, जिन्हें 14 नवम्बर को राष्ट्रपति को सौंपने की रणनीति बनाई गई है।
 
गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा में किसान इन बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इन राज्यों में कांग्रेस ने पहले ही मोर्चा खोला हुआ है। कांग्रेस का आरोप है कि इन बिलों के जरिए मोदी सरकार किसानों को कॉरपोरेट के चंगुल में फंसा रही है। इससे मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा।
 
बता दें कि बुधवार को गुलाम नबी आजाद ने 14 दलों की ओर से राष्ट्रपति से मुलाकात की और मुलाकात के बाद कहा कि सरकार को सबसे बात करनी चाहिए थी, लेकिन दुर्भाग्य से सरकार ने ना तो बिल को स्टैंडिंग कमेटी को भेजा ना ही सिलेक्ट कमिटी को। वरना यह बिल किसानों के लिए अच्छा होता।
 
उनका कहना है कि 'राज्य सभा में जिस तरह बिल पारित करवाया गया उसके विरोध में हमने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी थी। संख्याबल हमारे पक्ष में था। हंगामे के लिए विपक्ष नहीं सरकार जिम्मेदार है। मांग के बावजूद मतविभाजन नहीं हुआ। लोकतंत्र के मंदिर में संविधान की धज्जियां उड़ाई गई इसलिए हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। यह बिल पास कराने का तरीका असंवैधानिक था।'
 
गुलाम नबी आजाद का कहना है कि हमने निवेदन किया कि राष्ट्रपति इस बिल को वापस भेज दें ताकि इस पर दोबारा चर्चा की जाए और जरूरी सुधार भी हो जाएं। वहीं राष्ट्रपति ने कहा है कि वो इस पर गौर करेंगे।

विभिन्न राज्यों में कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस का शेड्यूल
पटना: रणदीप सुरजेवाला, शक्ति सिंह गोहिल, लखनऊ: कैप्टन अमरिंदर सिंह, अमर सिंह, कुलजीत नागरा, नागपुर: भूपेश बघेल, मुम्बई: एच के पाटिल, भुवनेश्वर: दिग्विजय सिंह, जयपुर: अजय माकन, टी एस सिंह देव, चंडीगढ़ (पंजाब): हरीश रावत, चंडीगढ़ (हरियाणा): पवन बंसल, शिमला: राजीव शुक्ला, बंगाल : मोहन प्रकाश, बेंगलुरु: केसी वेणुगोपाल, हैदराबाद: मल्लिकार्जुन खड़गे, चेन्नई: दिनेश गुंदुराव,  तिरुवनंतपुरम: तारिक अनवर
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS