राष्ट्रीय
भारत ने आधुनिक रक्षा प्रणाली के क्षेत्र में लगाई बड़ी छलांग, हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी किया विकसित
By Deshwani | Publish Date: 8/9/2020 1:42:22 PMनई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना बनाने का ख्वाब देख रहे चीन और पाकिस्तान दोनों के लिए बहुत बुरी खबर है। भारत ने आधुनिक रक्षा प्रणाली के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है। लद्दाख में चल रहे तनाव के बीच भारत ने हाइपरसोनिक टेक्नॉलजी डिमॉन्स्ट्रेटर वीइकल का सफल परीक्षण किया है। रूस, चीन और अमेरिका के बाद भारत चौथा ऐसा देश बन गया है जिसने अपनी खुद की हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी विकसित की है। इससे अब भारतीय नौसेना आने वाले समय में चीन और पाकिस्तान के युद्धपोतों पर ध्वनि की 6 गुना ज्यादा रफ्तार से मिसाइलें दाग सकेगी।
हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमांस्ट्रेटर व्हीकल (एचएसटीडीवी) स्क्रैमजेट एयरक्राफ्ट या इंजन है, जो अपने साथ लांग रेंज व हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों को ले जा सकता है। इसकी रफ्तार ध्वनि से छह गुना ज्यादा है। यानी, यह दुनिया के किसी भी कोने में स्थित दुश्मन के ठिकाने को महज कुछ ही देर में निशाना बना सकता है। इसकी रफ्तार इतनी तेज है कि दुश्मन को इसे इंटरसेप्ट करने और कार्रवाई का मौका भी नहीं मिलता। एचएसटीडीवी के सफल परीक्षण से भारत को उन्नत तकनीक वाली हाइपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस-2 की तैयारी में मदद मिलेगी। इसका विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) तथा रूस की अंतरिक्ष एजेंसी कर रही है।