अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि आज: प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली। बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की आज पहली पुण्यतिथि है। जेटली की पुण्यतिथि पर बीजेपी नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित कई नेताओं ने उन्हें याद किया। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि मुझे अपने दोस्त की बहुत याद आती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले साल आज के दिन, हमने श्री अरुण जेटली जी को खो दिया था। मुझे अपने दोस्त की बहुत याद आती है। अरुण जी ने लगन से भारत की सेवा की। उनकी वाक्पुटता, बुद्धि, कानूनी कौशल और व्यक्तित्व बेमिसाल थे।'
गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व वित्त मंत्री जेटली को याद करते हुए कहा, "अरुण जेटली जी एक उत्कृष्ट राजनीतिज्ञ, प्रखर वक्ता और एक महान इंसान थे। वह बहुआयामी और मित्रों के मित्र थे। जो हमेशा अपनी विशाल विरासत, परिवर्तनकारी दृष्टि और देशभक्ति के लिए याद किए जाएंगे।'
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा- प्रखर नेता, विचारक, पद्म भूषण से सम्मानित पूर्व वित्त मंत्री स्व. श्री अरुण जेटली जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें शत् शत् नमन। राष्ट्र निर्माण में उनकी जनकल्याणकारी नीतियों एवं योजनाओं का अप्रतिम योगदान सदैव याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट करके उन्हे कुछ इस तरह याद किया- 'कुशल प्रशासक, प्रभावी संगठनकर्ता, जिन्होंने देश के समावेशी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, ऐसे स्वर्गीय अरुण जेटली जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं।'
उन्होने आगे लिखा कि पिछले कई सालों से दिवंगत नेता उनके रोजमर्रा के कामकाज और जिंदगी का हिस्सा बन गए थे। लेकिन 24 अगस्त 2019 के बाद से दोबारा ऐसा नहीं हुआ। वो मेरे मित्र, पथप्रदर्शक, मेंटर थे इसलिए उनकी भरपाई होना मुश्किल है।
बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर पूर्व केंद्रीय मंत्री को याद किया।
गौरतलब है कि साल 2019 में 24 अगस्त को पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन हो गया था। 28 दिसंबर 1952 में जन्मे अरुण जेटली एनडीए सरकार में कई बड़े पद पर आसीन रहे। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में अरुण जेटली वित्त मंत्री के पद पर थे. सेहत खराब होने के कारण उन्होंने दूसरे कार्यकाल में किसी भी पदभार संभालने से मना कर दिया था। देश की राजनीति को दिशा देने में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
अरुण जेटली अर्थव्यवस्था, कानून और राजनीति की गहराई तक समझ रखने वाले विद्वान एवं दूरदर्शी नेता, कुशल संगठनकर्ता एवं रणनीतिकार के साथ-साथ व्यक्तिगत संबंधों को संजीदगी से निभाने वाले बेहद सरल इंसान थे। राजनीतिक मूल्यों एवं आदर्शों के प्रति प्रतिबद्धता की बदौलत उन्होंने सार्वजनिक जीवन में दलगत सीमाओं से परे, सभी दलों का सम्मान और आदर हासिल किया।
केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में जीएसटी, दिवालिया कानून और बैंकों के एकीकरण सहित कई बड़े बदलावों की नींव रखी। उनके विरोधी नेता भी हमेशा सम्मान से पेश आते थे। पूरा विपक्ष उनके साथ सहज रहता था और वह भी विपक्षी नेताओं के संपर्क में रहते थे। जेटली जी उन राजनेताओं में थे जो राजनीति में कटुता के बजाय सद्भाव और सामंजस्य बनाने में यकीन रखते थे। किसी भी समस्या का हल खोजने में उनकी दिलचस्पी रहती थी। वह बीच का कोई ऐसा रास्ता निकालते जिससे दोनों पक्ष संतुष्ट हो जाते।