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भारतीय मौसम विभाग: महा-चक्रवात एम्फन कल दोपहर बाद और शाम के बीच दीघा, पश्चिम बंगाल, हतिया द्वीपों और बंग्लादेश से लेकर सुंदरबन के बीच पहुंच सकता है
By Deshwani | Publish Date: 20/5/2020 12:15:11 PMनई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि महा-चक्रवात अम्पन कल दोपहर बाद और शाम के बीच दीघा, पश्चिम बंगाल और हतिया द्वीपों और बंग्लादेश से लेकर सुंदरबन के बीच पहुंच सकता है और इसकी रफ़्तार एक सौ 55 से एक सौ 65 किलोमीटर प्रतिघंटा से लेकर एक सौ 85 किलोमीटर तक पहुंच सकती है। आज नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल-- एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने बताया कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए कुल 41 राहत और बचाव टीमें बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ महा-चक्रवात अम्पन से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने, उन्हें जानकारी देने तथा जागरूकता पैदा करने जैसे सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की टीमें जिला और स्थानीय प्रशासन के साथ पूरे तालमेल के साथ कार्य कर रही हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। श्री प्रधान ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों के साथ स्थिति की समीक्षा की है। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा है कि 1999 के बाद यह दूसरा प्रचंड सुपर-साइक्लॉन है और उनका विभाग स्थिति पर लगातार निगाह रखे हुए है। उन्होंने कहा कि चक्रवात से पश्चिम बंगाल, दक्षिणी और उत्तरी चौबीस परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिलों में नुकसान की आशंका है। उन्होंने यह भी कहा कि ओडिशा में जगतसिंहपुर, केन्द्रापाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर जिले भी तूफान से प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियां कल तक स्थगित रहेंगी और मछुआरों को अगले 24 घंटों तक समुद्र में न जाने को कहा है।
श्री मोहापात्रा ने कहा है कि इस दौरान मोटर बोट और छोटे जहाज चलाना सही नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि तूफान की आशंका वाले इलाकों में रेल और सड़क परिवहन भी इस दौरान स्थगित रहेगा। लोगों से इस दौरान अपने घरों रहने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि तूफान के असर से असम और सिक्किम के पश्चिमी इलाकों में भारी वर्षा होने की आशंका है। दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने कहा है कि सभी दूरसंचार ऑपरेटर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि टेलीकॉम ऑपरेटरों ने लोगों को चक्रवात की गंभीरता के बारे में जागरूक बनाने के लिए एसएमएस संदेश भेजे हैं।