सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया के बाद महाराष्ट्र की पालघर पुलिस ने किया ट्विट- मॉब लिंचिंग मामले में 9 नाबालिग सहित 110 लोग गिरफ्तार
मुम्बई। महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं सहित तीन की निर्मम हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। वारयल वीडियो में ये देखा जा सकता है कि घटनास्थल पर एक पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं। लोग सोशल मीडिया पर अपने गुस्सा का इजहार कर रहे हैं। इसके बाद सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व पालघर पुलिस के ट्विटर पर बयान आने लगे।
मिल रही खबरों के अनुसार पालघर से सूरत जा रहे तीन लोगों को रास्ते में कुछ लोगों ने रोक लिया और उन्हें गाड़ी से निकाल कर पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी। इनकी पहचान 70 और 35 साल के दो साधु और 30 साल के उनके ड्राइवर के तौर पर की गई है। दोनों साधु व उनका ड्राइवर सूरत में एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में भाग लेने जा रहे थे।
घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है। लेकिन इसका वीडियो रविवार को सोशल मीडिया वायरल हो गया। लोग महाराष्ट्र के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे।
तब सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के दफ्तर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी दी गई है कि पालघर की घटना पर कार्रवाई की गई है। घटना के दिन ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस अपराध और शर्मनाक कृत्य के अपराधियों को कठोर दण्ड दिया जाएगा। फिर पुलिस ने भी जानकारी दी।
ये तीनों एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सूरत जा रहे थे
पालघर पुलिस ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी दी कि इस मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें से 9 नाबालिग़ हैं।
पालघर पुलिस ने लिखा-पालघर मॉब लिंचिंग मामले में जिन 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनमें 9 नाबालिग़ शामिल हैं। 101 लोगों को इस महीने की 30 तारीख तक के लिए पुलिस कस्टडी में लिया गया है। इस मामले में जांच अभी जारी है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद रविवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्न फडनवीस ने घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
उन्होंने कहा कि सबसे शर्मनाक़ बात ये है कि पुलिस के सामने भीड़ लोगों को मारती है। पुलिस के हाथ से छीन कर मारती है। कहीं न कहीं महाराष्ट्र में क़ानून व्यवस्था लचर हो गई है।
जूना अखाड़े के प्रवक्ता महंत नारारण गिरि ने सवाल उठाया है। कहा है कि इस समय पर देश में धारा 144 लागू होने के बावजूद इतने ग्रामीण एकत्रित कैसे हुए?
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी घटना का वीडियो ट्वीट किया और लिखा कि महाराष्ट्र के पालघर में 2 संत और उनके ड्राइवर को बड़े ही बेरहमी से लिंचिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया। ये घटना वीरवार की है। आज तक सारे लिबरल पूरी तरह से ख़ामोश हैं। कोई लोकतंत्र या संविधान की दुहाई नहीं दे रहा।