निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्या मामले के चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह 5:30 बजे सुबह तिहाड़ जेल में हुई फांसी
नई दिल्ली। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले के चारों दोषी - पवन गुप्ता, विनय शर्मा, अक्षय ठाकुर और मुकेश सिंह को आज सुबह दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। इससे पहले दोषियों ने फांसी से बचने के लिए हरसंभव कानूनी उपायों का इस्तेमाल किया। दिल्ली उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय ने कल रात सज़ा पर रोक लगाने की दोषियों की अंतिम याचिका भी खारिज कर दी।
निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले के दोषियों की फांसी पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि अंततः निर्भया को न्याय मिला। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह मामला औरों के लिए सबक बनेगा।
दिसंबर 2012 में पैरा-मेडिकल छात्रा निर्भया के साथ दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में एक चलती बस में छह लोगों ने दुष्कर्म किया था। इस मामले के दोषियों में से एक ने जेल में आत्म हत्या कर ली थी और एक अन्य किशोर अभियुक्त को तीन साल तक बाल सुधार गृह में रखे जाने के बाद रिहा कर दिया गया था।
निर्भया के माता-पिता ने कहा कि यह सज़ा भविष्य में अपराधियों के लिए सबक बनेगी। उन्होंने निर्भया और देश की लाखों महिलाओं को न्याय देने के लिए भारतीय न्यायपालिका का आभार व्यक्त किया।
आज का दिन हमारी बच्चियों के नाम, हमारी महिलाओं के नाम। मैं अपने न्याय व्यवस्था को, अपने राष्ट्रपति महामहिम को, अपने सरकारों को बहुत-बहुत धन्यवाद देती हॅूं। इन चारों को फांसी देकर साबित किया कि नहीं अगर महिलाओं के साथ बच्चियों के साथ अगर ऐसा घिनौना अपराध होगा तो बच्चियों को इन्साफ मिलेगा और मुजरिमों को सजा मिलेगी।