भारतीय अर्थव्यवस्ता के मूल आधार मजबूत और इसमें तेजी से विकास करने की क्षमता मौजूद है: नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के मूल आधार मजबूत हैं और इसमें तेजी से विकास करने की क्षमता मौजूद है। नीति आयोग में अर्थशास्त्रियों और प्रमुख उद्योगपतियों के साथ बैठक को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि पर्यटन, शहरी विकास, बुनियादी ढांचे और कृषि आधारित उद्योग जैसे क्षेत्रों के पास अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने और रोजगार के अवसर उत्पन्न करने की बड़ी क्षमता मौजूद है।
उन्होंने 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने के लिए सभी हितधारकों से गहन प्रयास करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का विचार कोई आकस्मिक घटना नहीं है और यह देश की शक्तियों और क्षमताओं की गहरी समझ पर आधारित है। श्री मोदी ने कहा कि भारत असीमित संभावनाओं वाला देश है।
उन्होंने वास्तविकता और परिकल्पना के बीच अन्तर पाटने के लिए सभी संबंधित पक्षों से अपनी सामर्थ्य के अनुसार योगदान करने का आग्रह किया। श्री मोदी ने कहा कि हर व्यक्ति को मिलकर काम करने के साथ एक राष्ट्र के रूप में चिंतन करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे मंचों पर खुली चर्चाओं और मंथन से विभिन्न मुद्दों पर स्वस्थ बहस और समझ का रास्ता खुलता है। उन्होंने कहा कि इससे समाज में सकारात्मक रूख और रचनात्मक भाव विकसित होगा। प्रधानमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को आश्वासन दिया कि वे उन सभी सुझावों पर कार्रवाई करेंगे जिन्हें कम समय में लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे उचित समय पर लंबी अवधि के सुझावों पर भी विचार करेंगे क्योंकि उनमें संरचनात्मक सुधार जरूरी हैं।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने एक ट्वीट में कहा कि बैठक में आर्थिक वृद्धि, स्टार्ट अप और नवाचार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर व्यापक बातचीत हुई।
इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार, आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।