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भारतीय सशस्त्र बल मानवाधिकार कानूनों का समुचित सम्मान करते हैं: जनरल बिपिन रावत
By Deshwani | Publish Date: 28/12/2019 12:16:11 PMनई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि भारतीय सशस्त्र बल मानवाधिकार कानूनों का समुचित सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सुरक्षा बल न केवल देश के लोगों की बल्कि उनके विरोधियों के मानवाधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करते हैं।
जनरल रावत ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह अनुशासित और धर्मनिरपेक्ष हैं और वे इंसानियत और शराफत के मूल्यों का पालन करते हैं। वे कल नई दिल्ली में युद्ध के दौरान और युद्धबंदियों के मानवाधिकारों की रक्षा विषय पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रशिक्षुओं को संबोधित कर रहे थे।
सेना प्रमुख ने कहा कि आतंक रोधी और उपद्रव रोधी कार्रवाईयां बहुत कठिन और चुनौतीपूर्ण हो गई हैं। इनके बावजूद सशस्त्र बल केवल आतंकियों और उप्रदवियों को निशाना बनाते हैं और निर्दोष लोगों को नुकसान नहीं होने देते।
जनरल रावत ने कहा कि प्रत्येक कार्रवाई के बाद मानवाधिकार कानूनों के अनुरूप कोर्ट आफ इनक्वारी आयोजित की जाती है और इसके रिकॉर्ड रखे जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा इस वर्ष अक्टूबर में की गई एक पहल के अंतर्गत सेना पुलिस में महिलाओं की भर्ती शुरू की गई है जिन्हें आतंकवाद से प्रभावित कश्मीर और उत्तर-पूर्व क्षेत्रों में भीड़ पर नियंत्रण करने और महिला प्रदर्शनकारियों की तलाशी लेने के काम पर तैनात किया जाएगा।