राष्ट्रीय
उद्धव ठाकरे आज छह मंत्रियों के साथ लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ, बनेंगे महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री
By Deshwani | Publish Date: 28/11/2019 10:57:22 AMमुंबई। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे आज मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क मैदान पर राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ग्रहण करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्धव ठाकरे को शुभकामना दी है। शपथ ग्रहण में अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री पहुंचने वाले हैं। इसे देखते हुए शपथ ग्रहण स्थल पर 4 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों को बंदोबस्त के लिए लगाया गया है। साथ ही शिवाजी पार्क पर शपथ ग्रहण देखने के लिए ग्रामीण इलाकों से 400 से ज्यादा किसान पहुंच चुके हैं।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस समारोह में आमंत्रित करने के लिए फोन किया गया था। इसके बाद खुद प्रधानमंत्री मोदी ने उद्धव ठाकरे को फोन कर शुभकामनाएं दी हैं। राऊत ने कहा कि तीन दलों की सरकार को चलाने के लिए तीनों दलों के नेता मार्गदर्शन करने वाले हैं। इसलिए विपक्षी सरकार में आने वाली अड़चन की चिंता न करें। यह सरकार राकांपा अध्यक्ष के मार्गदर्शन में अपना कार्यकाल तो पूरा करेगी ही, आगामी कई दशकों तक यह गठबंधन देश के विकास के लिए चलता रहेगा।
उद्धव ठाकरे ने आज मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने से पहले उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादक पद से त्यागपत्र दे दिया है। अब सामना की संपूर्ण जिम्मेदारी सांसद संजय राऊत पर रहेगी। उद्धव ठाकरे के साथ के साथ शिवसेना के सुभाष देसाई, एकनाथ शिंदे, राकांपा के जयंत पाटील, छगन भुजबल, कांग्रेस पार्टी के अशोक चव्हाण व बालासाहेब थोरात शपथ ग्रहण करने वाले हैं। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाने वाले हैं। राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील राज्य में उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी का निवर्हन करेंगे। इस तरह का निर्णय बुधवार को महाविकास आघाड़ी की बैठक में किया गया है।
शिवाजी पार्क मैदान को सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह फुलप्रूफ कर दिया गया है। मैदान तक पहुंचने वाले सभी छोटे-छोटे मार्ग दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। यहां 4 हजार पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त एसआरपी व रैपिड ऐक्शन टीम को भी यहां तैनात किया गया है। परेल व माटुंगा से ही ट्रैफिक व्यवस्था को अन्य मार्गों की ओर मोड़ दिया गया है तथा कई मार्गों को जिसमें स्वातंत्र्यवीर सावरकार मार्ग का समावेश है, उन पर यातायात एकतरफा कर दिया गया है।