2019 का ये आखिरी सत्र है, हम चाहते हैं सभी मुद्दों पर उत्तम संवाद हो: प्रधानमंत्री मोदी
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। शीतकालीन सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद में उत्तम संवाद होना जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद है कि इस सत्र से भी काफी सकारात्मक नतीजे निकलेंगे। सभी मुद्दों पर चर्चा हो, चाहे वाद हो, विवाद हो, संवाद हो, हरेक कोई अपनी बुद्धि शक्ति का प्रचुर मात्रा में काम करें।
विपक्षी दल जहां आर्थिक सुस्ती और कश्मीर में स्थिति को लेकर केंद्र को घेरने की तैयारी में हैं वहीं, सरकार नागरिकता (संशोधन) विधेयक समेत तमाम बिल पारित कराना चाहेगी।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
- पीएम मोदी ने कहा 2019 का ये आखिरी सत्र है, हम चाहते हैं सभी मुद्दों पर खुलकर चर्चा की जाए.
- राज्यसभा का 250 वां सत्र है, ये सत्र काफी महत्वपूर्ण है
- सकारात्मक भूमिका के लिए सांसदों का आभार
- देश की विकास यात्रा को गति मिलेगी
- 2019 का आखिरी और महत्वपूर्ष सत्र है
- वाद हो विवाद हो, संवाद हो
- इस सत्र के दौरान 26 तारीख को हमारा संविधान दिवस है, हमारे संविधान के 70 साल हो रहे हैं.
- सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है.
- संविधान देश की एकता, अखंडता और विविधता को समेटे हुए है.
- सभी दल के नेताओं से मिलने का मौका मिला है, जैसे पिछली बार सभी दलों के सहयोग के कारण चला था, ऐसा ही इस बार भी होने की उम्मीद है।
संसद का ये सत्र 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलेगा। जिसमें 20 बैठकें होंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। लंबित मुद्दों के सकारात्मक ढंग से समाधान और प्रदूषण, अर्थव्यवस्था व किसानों से जुड़े मसलों पर सभी दलों के साथ मिलकर काम करेंगे।