- किसानों के मुद्दे पर शिवसेना का प्रदर्शन
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। संसद सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी की विपक्षी दलों से सकारात्मक और सक्रिय सहयोग की अपील की।
लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही से पहले पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी को श्रद्धांजलि दी। इस सत्र में सरकार कई अहम बिल पेश करेगी, जिसमें नागरिकता (संशोधन) विधयेक 2019 भी होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद का सत्र शुरू होने से पहले कहा, ‘यह 2019 का अंतिम सत्र है। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह राज्यसभा का 250वां सत्र है। इस सत्र के दरमियान 26 नवंबर को हमारा संविधान दिवस पड़ेगा।
जो शिवसेना पहले एनडीए का हिस्सा होकर मोदी सरकार का विरोध करती थी, अब वह औपचारिक रूप से विपक्ष का हिस्सा बन गई है। जिसका असर सोमवार को दिखा।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई बढ़ते एयर पलूशन को लेकर संसद परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश को प्राकृतिक आपदा घोषित करने की मांग को लेकर शिवसेना सांसदों ने संसद में अपना विरोध जताया।
18 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलने वाले संसद सत्र में कई मुद्दों पर हंगामा होने के आसार हैं। इनमें सबसे अहम नागरिकता संशोधन विधेयक और आर्थिक सुस्ती है। इसके अलावा विपक्ष के दल किसानों की समस्या, जेएनयू में फीस को लेकर विरोध प्रदर्शन, उन्नाव और लोकसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला की हिरासत का मामला भी उठा सकते हैं।