राष्ट्रीय
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर गतिरोध बरकरार, अपने-अपने रुख पर कायम शिवसेना-बीजेपी
By Deshwani | Publish Date: 8/11/2019 1:40:12 PMमुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के 17वें दिन भी सत्ता की तस्वीर साफ नहीं है। विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है और इससे पहले सरकार का गठन जरूरी है। शुक्रवार को शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि सबसे बड़ी भारतीय जनता पार्टी राज्य में कार्यवाहक सरकार बनाने की दिशा में काम कर रही है। राऊत ने कहा कि शिवसेना पहले से तय फार्मूले पर अब भी भाजपा को समर्थन देने के लिए तैयार है।
संजय राऊत ने पत्रकारों को बताया कि शिवसेना सरकार बनाने के लिए सीधे भाजपा से चर्चा करना चाहती है। लोकसभा चुनाव से पहले तय सत्ता में फिफ्टी -फिफ्टी बंटवारे के अनुसार राज्य में पहले टर्म ढाई साल के शिवसेना के मुख्यमंत्री पर ही बात बन सकती है लेकिन भाजपा की ओर से कार्यवाहक सरकार बना कर राष्ट्रपति शासन की तैयारी की जा रही है। यह महाराष्ट्र की जनता का अपमान है।
राज्य में सत्ता के गतिरोध को देखते हुए सभी पार्टियों के नेताओं ने अपने-अपने विधायकों को एकसाथ रखने का प्रयास शुरू कर दिया है। शिवसेना ने गुरुवार से ही अपने सभी विधायकों को बांद्रा स्थित रंगशारदा होटल में रखा है। इसी प्रकार भाजपा ने भी अपने सभी नवनिर्वाचित विधायकों को मुंबई पहुंचने का आदेश जारी किया है। कांग्रेस पार्टी के नेता विजय बडेट्टीवार ने शिवसेना विधायकों को 50 करोड़ का लालच दिए जाने का आरोप शुक्रवार को लगाया है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों को जयपुर भेज दिया है। हालांकि शिवसेना विधायक प्रकाश सुर्वे व भाजपा नेता राम कदम ने इसका खंडन किया है। भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की विधायकों में तोड़ फोड़ करने की संस्कृति नहीं रही है। महाराष्ट्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जयंत पाटील ने भी सत्ता गठन करने के लिए भाजपा पर अन्य दलों के विधायकों को लालच देने का आरोप लगाया है। राकांपा की ओर से भी अपने सभी विधायकों को एकजुट रखने का प्रयास किया जा रहा है।