- स्मॉग के कारण आईजीआई से 32 उड़ानें डायवर्ट करनी पड़ीं
- दिल्ली आने वाली लम्बी दूरी की कई ट्रेनें देरी से पहुंचीं
नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। रविवार को सुबह से ही आसमान में जहरीला धुंआ छाया रहा और अनेक स्थानों पर हवा की गुणवत्ता अति गंभीर श्रेणी तक पहुंच गई। स्मॉग के कारण आईजीआई से 32 उड़ानें डायवर्ट करनी पड़ीं जबकि दिल्ली आने वाली लम्बी दूरी की कई ट्रेनें अपने नियत समय से देर से पहुंची। वायु गुणवत्ता की बेहद खराब स्थिति को देखते हुए दिल्ली के बाद अब नोएडा और गाजियाबाद में भी स्कूलों को पांच नवम्बर तक बंद करने का निर्णय किया गया है।
दिल्ली के आनंद विहार, मेजर ध्यानचंद नेश्नल स्टेडियम, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, पीजीडीएवी कॉलेज श्रीनिवासपुरी, आईटीआई जहांगीर पुरी, सत्यवती कॉलेज, दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ टूल इंजीनियरिंग, आईटीआई शहादरा झिलमिल, नेरला और पंजाबी बाग आदि इलाकों में दोपहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 999 दर्ज किया गया। वहीं पूसा में 994, आईटीओ 987, मदर डेरी पड़पड़ज 983, मंदिर मार्ग 844, श्रीअरबिंदो मार्ग 830, आरकेपुरम 832, मुंडका में 909, सोनिया विहार में 890 दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, नोएडा में 854 और गाजियाबाद में एक्यूआई 767 पहुंच गया। गाजियाबाद के संजय नगर इलाके में 707 रिकॉर्ड किया गया तो वसुंधरा में यह 751 रहा। नोएडा में भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक रहा। नोएडा में प्रदूषण का स्तर 799 तक पहुंच गया। नोएडा के सेक्टर 125 में यह 792 रहा। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-III में 517 रहा। हालांकि गुरुग्राम और फरीदाबाद में इस दौरान कम प्रदूषण दर्ज किया गया। गुरुग्राम में 386 और फरीदाबाद में 323 रहा। हालांकि, यह भी बेहद खराब श्रेणी में है।
वायु प्रदूषण का असर विमान और रेल सेवा पर भी पड़ा है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि कम दृश्यता के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन प्रभावित हुआ है। यहां टर्मिनल-3 से विमानों की आवाजाही पर असर पड़ा है। 32 विमानों को जयपुर, अमृतसर और लखनऊ डायवर्ट किया गया। लम्बी दूरी की कई रेलगाड़ियां अपने निर्धारित समय से देरी से दिल्ली पहुंचीं। दिल्ली के बाद अब नोएडा में भी स्कूलों को अगले दो दिनों के लिए बंद करने का आदेश जारी किया गया है। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने गौतबुद्धनगर के सभी निजी और सरकारी स्कूलों को 4 और 5 नवम्बर को बंद रखने का आदेश दिया।
आंखों में जलन और सांस लेने में हो रही तकलीफ को देखते हुए लोग स्थिति बेहतर होने तक अब दिल्ली महानगर से दूर अन्यत्र ‘सुरक्षित स्थान’ की ओर रुख करने को भी विवश हो रहे हैं। दिल्ली में स्कूलों को पहले ही पांच अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया है। ऐसे में लोग अपने बच्चों को लेकर सुरक्षित स्थानों की और जा रहे हैं। आनंद विहार बस अड्डे पर ऐसे ही एक परिवार ने बताया कि वह दिल्ली के प्रदूषण से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए चार-पांच दिनों के लिए अल्मोड़ा जा रहे हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी कर पंजाब और हरियाणा में किसान अनवरत पराली जला रहे हैं। दिल्ली की सड़कों पर नगर निगम की गाड़ियां द्वारा पानी का छिड़काव भी बेअसर ही दिख रहा है। दिल्ली सरकार सोमवार से राजधानी में वाहनों के सम-विषम नियम को लागू करने जा रही है। ऐसे में उम्मीद है कि कल से राजधानी की जनता को प्रदूषण से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने 6 नवम्बर से बारिश की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस बारिश से स्थिति सुधर सकती है।