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दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के लिये पंजाब, हरियाणा को दोष देना ठीक नहीं: जावड़ेकर
By Deshwani | Publish Date: 2/11/2019 4:41:30 PMनयी दिल्ली। एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के साथ ही इस पर राजनीति भी बढ़ गई है। ईपीसीए ने एक ओर जहां दिल्ली-एनसीआर में हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है, वहीं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली में प्रदूषण मुद्दे का ‘राजनीतिकरण' करने का आज आरोप लगाया। केजरीवाल ने स्कूली छात्रों से पराली जलाने के कारण हो रहे प्रदूषण को लेकर पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखने के लिए कहा है। इसके एक दिन बाद जावड़ेकर ने इस मुद्दे के ‘राजनीतिकरण' के लिए उनकी निंदा की और कहा कि यह ‘दुर्भाग्यपूर्ण' है कि वह आरोप प्रत्यारोप में लिप्त है।
जावड़ेकर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री प्रदूषण मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं और कोई समाधान निकालने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप में लिप्त हैं। वह हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को खलनायक के रूप में पेश करने के वास्ते उन्हें पत्र भेजने के लिए बच्चों को भड़का रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण एक ऐसी समस्या है जो पिछले 15 वर्षों में बिगड़ी है और अब नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा इसका निवारण किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘हमने एनसीआर के मंत्रियों और अधिकारियों की अंतर-राज्य बैठकें शुरू कर दी हैं। सभी पक्षों को एक साथ कार्य करने की जरूरत है न कि एक दूसरे पर आरोप लगाने की।'
जावड़ेकर ने कहा, ‘मुझे आज किसी पर आरोप लगाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। दिल्ली सरकार को विज्ञापनों पर 1,500 करोड़ रुपये खर्च करने के बजाय प्रदूषण से निपटने और मशीनों को हासिल करने के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों को ये धनराशि देनी चाहिए थी, जिससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलती। आरोप-प्रत्यारोप लगाने से प्रदूषण नहीं घटेगा बल्कि सही दिशा में प्रयास करने होंगे।'