राष्ट्रीय
महाराष्ट्र: सीएम की कुर्सी पर शिवसेना की नजर, 50-50 फॉमूले का फंसा पेंच
By Deshwani | Publish Date: 26/10/2019 12:25:18 PMमुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव का पिटारा खुल चुका है और यहां नई सरकार बनाने को लेकर कबायद शुरू हो गयी है। भाजपा-शिवसेना गंठबंधन के सरकार बनाने की उम्मीद तो नजर आ रही है लेकिन मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो पेंच कहीं सीएम पद को लेकर फंस नहीं जाए। भाजपा को चुनाव में बहुमत से कम सीटें प्राप्त हुई हैं। वहीं शिवसेना किंगमेकर की भूमिका में आ चुकी है।
आज दोपहर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने घर मातोश्री में शिवसेना के सभी नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलायी है, जिसमें भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर कुछ निर्णय लिये जा सकते हैं। आज की बैठक के बाद यह साफ हो सकेगा की शिवसेना की आगे की रणनीति क्या होगी ? पार्टी प्रमुख बैठक में सभी विधायकों की राय लेंगे।
चुनाव परिणाम के तुरंत बाद की बात करें तो ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद और मंत्रियों के विभागों के समान बंटवारे की मांग शिवसेना कर चुकी है। जानकारों की मानें तो विधायकों की बैठक में पहले ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग उठना लगभग तय है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि भाजपा से शिवसेना यह कह सके कि हमारी पार्टी के विधायक आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहते हैं।
शुक्रवार को वर्ली में एक पोस्टर नजर आया जिसमें आदित्य ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री बताया गया। इधर, शिवसेना नेता संजय राउत ने एक ट्वीट किया जिसके बाद सूबे की राजनीति के करवट लेने की बात कही जा रही है। संजय राउत ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किये कार्टून में चुनाव चिह्न ‘बाघ’ को एनसीपी का चुनाव चिह्न 'घड़ी' पहने दिखाया है। यही नहीं कार्टून में भाजपा के चुनाव चिह्न ‘कमल’ को बाघ सूंघता नजर आ रहा है। इस कार्टून का कैप्शन उन्होंने दिया है- व्यंग चित्रकाराची कमाल! बुरा न मानो दिवाली है...
इस कार्टून का राजनीतिक जानकार ये अर्थ निकाल रहे हैं कि शिवसेना बीजेपी को संकेत देना चाहती है कि वह बदली परिस्थितियों में राकांपा के साथ भी जा सकती है।