राष्ट्रीय
आकाश से होगी पाक और चीन से लगी सीमाओं की निगरानी, हवाई घुसपैठ से मुकाबले की तैयारी
By Deshwani | Publish Date: 21/10/2019 6:21:44 PMनई दिल्ली। भारतीय सेना पर्वतीय क्षेत्रों में पाकिस्तान और चीन की तरफ से हवाई घुसपैठ रोकने के लिए आकाश प्राइम मिसाइल तैनात करेगी। रक्षा मंत्रालय सेना के इस प्रस्ताव को मंजूरी देने जा रहा है। इस मिसाइलों को 15 हजार फुट की ऊंचाई वाले इलाकों पर तैनात किया जा सकता है। बता दें कि नई विकसित उन्नत आकाश मिसाइलों की मारक क्षमता इसकी पूर्ववर्ती मिसाइलों से काफी अधिक है और इन्हें पाकिस्तान और चीन से लगती सीमाओं पर लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय को उन्नत आकाश एयर डिफेंस मिसाइलों की दो रेजिमेंटों के लिए लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की खरीद के सेना के प्रस्ताव पर विचार करेगा। आकाश प्राइम मिसाइलें सेना में पहले से मौजूद मिसाइल सिस्टम का अत्याधुनिक संस्करण है। लद्दाख से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एवं सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की वापसी के बाद रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा होनी है। यदि उक्त प्रस्ताव पर मंजूरी मिल जाती है तो सेना आकाश प्राइम या बेहतर प्रदर्शन वाली आकाश मिसाइलों की दो रेजीमेंटों का अधिग्रहण करेगी।
आकाश मिसाइलें ध्वनि की गति से साढ़े तीन गुना तेजी के साथ लक्ष्य को तबाह कर सकती है। विशेष रडार सिस्टम से लैस ये मिसाइलें एक साथ दुश्मनों के 40 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है और सतह से हवा में 30 किलोमीटर दूर पर दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबुद कर सकती है। बीते दिनों केंद्र सरकार ने पाकिस्तान और चीन से लगती सीमाओं पर वायुसेना के लिए पांच हजार करोड़ रुपए की लागत से स्वदेशी आकाश एयर डिफेंस मिसाइलों की छह स्क्वाड्रनों की खरीद को मंजूरी दी थी। शुरूआत में तो केवल दो आकाश प्रणालियों का ऑर्डर दिया था लेकिन बीते साल हुए अभ्यास में इजरायल समेत अन्य वायु रक्षा मिसाइलों में आकाश मिसाइल का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहने के कारण रक्षा मंत्रालय ने विदेशी प्रणालियों की खरीद के बजाए आकाश का चयन किया था।
आकाश मिसाइल सिस्टम को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित किया है। मालूम हो कि सेना के पास पहले से ही आकाश मिसाइल डिफेंस की दो रेजिमेंट है। लेकिन हालिया तनावों को देखते हुए सेना पाकिस्तान और चीन से लगती सीमाओं पर आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्टम की दो और रेजिमेंट की तैनाती करना चाहती है। आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्टम की दो और रेजिमेंटों की तैनाती को मेक इन इंडिया को मजबूती देने के लिए भी मुफीद माना जा रहा है।