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मोतिहारी-अमलेसगंज पेट्रोलियम पाइपलाइन लाइन से 2 रुपये प्रति लीटर कम खर्च, नेपाल को प्रतिवर्ष 2 अरब रुपयों को होगी बचत
By Deshwani | Publish Date: 10/9/2019 11:00:00 PM
रक्सौल।अनिल कुमार।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली दिल्ली व काठमांडू से वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से संयुक्त रूप से नेपाल-भारत पेट्रोलियम पाइपलाइन का उदघाटन किया। ओली ने सिंह दरबार से और मोदी ने दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस से रिमोट कंट्रोल का स्वीच ऑन कर पाइपलाइन का उदघाटन किया।
324 करोड़ के लागत से मोतिहारी से नेपाल के अमलेसगंज तक 68.9 किलोमिटर तक निर्मित पेट्रौलियम पाइपलाइन के उदधाटन से नेपाल को प्रतिमाह अरबों रुपये की बचत होगी। नेपाल सरकार को बिहार के बरौनी से पेट्रो पदार्थ मंगाने पर होने वाले खर्च में ढ़ाई रुपये प्रति लिटर यानी दो अरब प्रतिवर्ष की बचत होगी। एक बार मे दो लाख किलो लीटर पेट्रो पदार्थों की सप्लाई होगी।
इस अवसर पर नेपाल के बारा जिला के अमलेसगंज स्थित नेपाल आयल निगम डीपो मे दोनों देश के झण्डा लगाकर लाइव प्रसारण का प्रबंध किया गया था। पेट्रोलियम पाइपलाइन उदघाटन के दौरान अपने संबोधन मे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पाइपलाइन का संचालन नेपाल के लिए उपलब्धि है।
अमलेसगंज में इंडियन आयल कारपोरेशन के अधिकारी ने पाइपलाइन से आने वाला तेल बोतल में रखकर नेपाल आयल निगम के अधिकारी को हस्तान्तरण किया। जिसे नेपाल आयल निगम के अधिकारी तेल भण्डारण गृह में रख कर उदघाटन की औपचारिकता पूरी की। इसके साथ ही पाइपलाइन के माध्यम से भारत से आए पेट्रोलियम पदार्थ अमलेसगंज स्थित डिपो में भण्डारण किया गया।
324 करोड़ के लागत से मोतिहारी से नेपाल के अमलेसगंज तक 68.9 किलोमिटर तक निर्मित पेट्रौलियम पाइपलाइन के उदधाटन से नेपाल को प्रतिमाह अरबों रुपये की बचत होगी। विगत वर्ष 7 अप्रैल 18 को भारत नेपाल के पीएम ने संयुक्त रूप से नई दिल्ली से इसका उद्घाटन रिमोट कंट्रौल से ही किए थे। जिसका निर्माण कार्य मार्च 2019 मे पूरा हो गया। हालांकि निर्माण कार्य पूरा होने पर फिलहाल केवल डीजल की सप्लाई हो रही है। इस परियोजना के संचालन में आने से नेपाल सरकार को बिहार के बरौनी से पेट्रो पदार्थ मंगाने पर होने वाले खर्च में ढ़ाई रुपये प्रति लिटर यानी दो अरब प्रतिवर्ष की बचत होगी। एक बार मे दो लाख किलो लीटर पेट्रो पदार्थों की सप्लाई होगी। इसके संचालन से रक्सौल में जाम व प्रदूषण की समस्या समाप्त हो जाएगी।