राष्ट्रीय
दिग्गज अधिवक्ता राम जेठमलानी नहीं रहे, 17 साल की उम्र में ली थीं कानून की डिग्री
By Deshwani | Publish Date: 8/9/2019 10:23:10 AMनई दिल्ली।
मशहूर अधिवक्ता राम जेठमलानी का रविावर सुबह निधन हो गया। उनकी उम्र 95 साल की थी। उनका निधन दिल्ली स्थिति आवास पर हुआ। उनकी तबीयत पिछले काफी समय से खराब चल रही थी। जेठमलानी अभी आरजेडी से राज्यसभा सांसद थे। वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में क़ानून मंत्री रहे और बार काउंसिल के चेयमैन भी रहे थे। जेठमलानी का जन्म 14 सितंबर, 1923 में पाकिस्तान में हुआ था। विभाजन के वक़्त वे भारत में आ गए थे। 17 साल की उम्र में जेठमलानी ने कानून की डिग्री ले ली थी।
वे 2014 में आम चुनाव से पहले जेठमलानी ने नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने का समर्थन किया था। हालांकि मोदी के पीएम बनने के बाद जल्द ही वो खिलाफ हो गए थे। वे भाजपा की बाजपेयी सरकार में कानून मंत्री थे।
1959 में ही नानावती केस में जेठमलानी ने अपनी पहचान बना ली थी। इसके बाद से वो क्रिमिनल लॉ प्रैक्टिस के दिग्गज चेहरा बन गए। जेठमलानी के दो बेटे और दो बेटियां हैं। इनमें से महेश जेठमलानी और रानी जेठमलानी भी जाने-माने वकील हैं।
2015 में अरुण जेटली ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर मानहानि का मुक़दमा दर्ज किया तो राम जेठमलानी मुख्यमंत्री केजरीवाल की तरफ से वकील थे। 2014 में आम चुनाव से पहले जेठमलानी ने नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने का समर्थन किया था। हालांकि मोदी के पीएम बनने के बाद जल्द ही वो खिलाफ हो गए थे।