राष्ट्रीय
सुप्रीम कोर्ट में कल होगी उन्नाव रेप मामले की सुनवाई, CJI ने पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट किया तलब
By Deshwani | Publish Date: 31/7/2019 12:59:44 PMनई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप केस में सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट को तलब किया है। आज सुनवाई के दौरान सीनियर वकील वी गिरि ने कहा कि इस मामले को उत्तर प्रदेश से बाहर ट्रांसफर कर देना चाहिए। पीड़िता के द्वारा ये चिट्ठी काफी समय पहले लिखी गई थी, लेकिन चीफ जस्टिस को ये चिट्ठी नहीं मिल पाई थी।
पीड़ित परिवार की तरफ से लिखी गई चिट्ठी न मिलने पर चीफ जस्टिस ने नाराजगी जताई। साथ ही ये भी कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी अखबारों के जरिए मिल रही है। सीजेआई रंजन गोगोई ने रजिस्ट्रार से पूछा है कि 12 जुलाई को लिखी गई चिट्ठी उनके सामने अब तक क्यों पेश नहीं की गयी। इस पर रजिस्ट्रार को एक हफ्ते के भीतर जवाब देना है।
पिछले 12 जुलाई को रेप पीड़ित के परिवार की ओर से लिखे गए इस पत्र में बताया गया है कि कैसे आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के लोगों की ओर से उन्हें केस वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा है। इस पत्र में बताया गया है कि पिछले 7 जुलाई को सुबह लगभग 9 बजे एक कार से अभियुक्त शशि सिंह के पुत्र नवीन सिंह, अभियुक्त कुलदीप सिंह के भाई मनोज सिंह और कुन्नु मिश्रा और दो अज्ञात व्यक्ति के साथ उनके दरवाजे पर कार से आए और धमकी दी कि उन्होंने जज खरीदकर कुलदीप सिंह और शशि सिंह की जमानत मंजूर करवा ली है। उन लोगों ने पीड़ित परिवार को धमकी दी कि उन्हें फर्जी मुकदमे में जेल में डालकर सड़ा देंगे, इसलिए अभी भी समय है कि सुलह कर लो।
पत्र में लिखा गया है कि इस घटना के एक दिन बाद 8 जुलाई को दस बजे दिन में शशि सिंह के पति हरिपाल सिंह पीड़ित परिवार के घर गए और धमकी दी कि उपरोक्त मुकदमों में सुलह लगा दो नहीं तो पूरे परिवार को फर्जी मुकदमे में जेल में डलवा देंगे। पत्र के साथ पीड़ित परिवार ने आरोपितों की कार से उनके घर आने का वीडियो और हरिपाल सिंह की फोटो भी लगाई है। पत्र में मांग की गई है कि माखी थाने के प्रभारी निरीक्षण को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया जाए। यह पत्र चीफ जस्टिस के अलावा इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, यूपी के प्रमुख सचिव, डीजीपी, लखनऊ रेंज के डीआईजी और सीबीआई को भी भेजा गया था।