प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- जो लोग जम्मू कश्मीर में नफरत फैलाते है वे कभी अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं होंगे
नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि जम्मू - कश्मीर के लोग सुशासन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग नफरत फैलाते हैं और विकास के मार्ग में अवरोध पैदा करना चाहते हैं वे कभी अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं होंगे। आज आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने हाल ही में, जम्मू कश्मीर में शुरू किए गए बैक टू विलेज यानी वापस गांव की ओर कार्यक्रम की सफलता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी ये साबित करती है कि विकास की शक्ति, बम और बन्दूक की ताकत से कहीं अधिक होती है।
इस कार्यक्रम में, पहली बार बड़े-बड़े अधिकारी सीधे गांवो तक पहुँचे। जिन अधिकारियों को कभी गाँव वालों ने देखा तक नहीं था, वो खुद चलकर उनके दरवाजे तक पहुँचे ताकि विकास के काम में आ रही बाधाओं को समझा जा सके, समस्याओं को दूर किया जा सके। ये कार्यक्रम हफ्ते भर चला और राज्य की सभी लगभग साढ़े चार हजार पंचायतों में सरकारी अधिकारियों ने गाँव वालों को सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा में पिछले 4 वर्षों की तुलना में चार गुना अधिक श्रद्धालु शामिल हुए हैं। उन्होंने, जम्मू कश्मीर के लोगों की मेहमान - नवाजी की भी प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2019 को अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत के लिए अत्यंत फलदायी बताया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि चंद्रयान मिशन विज्ञान और नवाचार में युवाओं को प्रेरित करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब उत्सुकता पूर्वक सितंबर माह की प्रतीक्षा कर रहा है जब लैंडर विक्रम रोवर प्रज्ञान के साथ चंद्रमा की सतह पर उतरेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने इस वर्ष मार्च के महीने में ए-सैट का प्रक्षेपण किया था। इसके जरिए देश ने केवल तीन मिनट में तीन सौ किलोमीटर दूर उपग्रह को मार गिराने की क्षमता हासिल कर ली है। यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत विश्व का चौथा देश हो गया है।
प्रगति के पथ पर विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने युवाओं और विद्यार्थियों से विज्ञान पहेली प्रतियोगिता में भाग लेने का आह्वान किया।
इस Quiz Competition के मुख्य विषय होंगे, जैसे कि, rocket launch करने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है। Satellite को कैसे Orbit में स्थापित किया जाता है और Satellite से हम क्या-क्या जानकारियाँ प्राप्त करते हैं। A-Sat क्या होता है! बहुत सारी बातें हैं। MyGov website पर, एक अगस्त को, प्रतियोगिता की details दी जाएगी।
देश के विभिन्न भागों में बाढ़ की स्थिति की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रभावित लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी राहत और मदद के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर तेजी से काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने जल संरक्षण का जो आह्वान किया था उसका भारी स्वागत हुआ है। उन्होंने कहा कि लोगों ने पारंपरिक तरीको से जल संरक्षण की जानकारी साझा की है और मीडिया ने भी कुछ अभिनव प्रयोगो को लोगों के सामने पेश किया है।
ग्रामीणों ने, श्रम दान करके पहाड़ से बहते झरने को,एक निश्चित दिशा देने का काम किया। वो भी शुद्ध देसी तरीका। इससे ना केवल मिट्टी का कटाव और फसल की बर्बादी रुकी है, बल्कि खेतों को भी पानी मिल रहा है। ग्रामीणों का ये श्रम दान, अब पूरे गाँव के लिए जीवन दान से कम नहीं है।
प्रधानमंत्री ने सरकार और गैर सरकारी संगठनों के जल संरक्षण के प्रयासों की भी सराहना की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच साल पहले शुरू किया गया स्वच्छता अभियान अब तेजी पकड़ चुका है। ये कार्यक्रम अब स्वच्छता से सुंदरता की ओर बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी एप पर पुस्तकों के बारे में एक स्थायी बुक कॉर्नर निर्धारित करने का विचार रखा ताकि लोग पढ़ी हुई पुस्तकों के बारे में चर्चा कर सकें।
क्यों ना हम NarendraModiApp पर एक permanent book’s corner ही बना दें और जब भी हम नई किताब पढ़ें, उसके बारे में वहाँ लिखें, चर्चा करें और आप हमारे इस book’s corner के लिए, कोई अच्छा सा नाम भी suggest कर सकते हैं।