नई दिल्ली। भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा सांसदों के राज्यसभा और लोकसभा में अनुपस्थित रहने पर नाराजी जताई। पीएम मोदी ने कहा जो मंत्री रोस्टर ड्यूटी में उपस्थित नहीं रहते हैं, उनके बारे में उसी दिन शाम तक मुझे बताया जाए।
लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीति से हटकर सांसदों को काम करना चाहिए। देश के सामने जल संकट है, इसलिए उसके लिए भी सांसदों को काम करना चाहिए।
पीएम ने कहा कि 'अपने इलाके के अधिकारियों के साथ बैठक कर जनता की समस्याओं के बारे में बात करनी चाहिए। सांसदों और मंत्रियों को संसद में रहना चाहिए।
उन्होंने सांसदों से कहा कि सरकारी काम और योजनाओ में बढ़-चढ़कर भाग लें। सामाजिक कार्यों में हिस्सा लें, जब संसद चल रही हो तो सदन में उपस्थित रहें। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के लिए कोई एक इनोवेटिव काम करें। जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करें।
बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन समेत बीजेपी के सांसद और मंत्री मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार को लोकसभा में एक महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा शुरू हुई उस वक्त सम्बन्धित मंत्रालय की कैबिनेट मंत्री सदन में उपस्थित नही थे। इस पर विपक्षी दलों की ओर से सवाल उठाया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को शांत होने का आग्रह करते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री आ रहे हैं, सदन में राज्यमंत्री उपस्थित है और तब तक चर्चा की शुरुआत की जाए।