जावड़ेकर ने कहा- योग के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देने वाले मीडिया संस्थानों को सरकार देगी पुरस्कार
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज कहा कि सरकार ने योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देने की दिशा में योगदान करने वाले मीडिया संस्थानों को सम्मानित करने का फैसला किया है। उन्होंने यहां पत्रकारों को बताया कि सरकार तीन श्रेणियों में कुल 33 मीडिया संस्थानों को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सम्मान’ से नवाजेगी। इसमें 11 समाचार पत्रों, 11 टीवी चैनल और 11 रेडियो चैनलों को चुना जाएगा। अंग्रेजी के अलावा हिंदी सहित सभी 22 भारतीय भाषाओं में प्राप्त प्रविष्टियों पर छह सदस्यीय जूरी विचार करेगी।
जावड़ेकर ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए भारत ने विश्व को योगा का तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ के सामने जब अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था तो सौ दिन के भीतर ही सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित हो गया। उन्होंने कहा कि इस साल हमने स्वस्थ जीवन के प्रचार के लिए मीडिया हाउस की सेवाओं और अभियानों को सम्मानित करने का फैसला किया है। अंग्रेजी के साथ-साथ सभी भारतीय भाषाओं के मीडिया हाउस इसमें भाग ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हर साल 200 से अधिक देश अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं। मुझे यकीन है कि इस साल भी लाखों लोग इसमें भाग लेंगे। इस वर्ष, सरकार ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित करने के लिए दिल्ली, शिमला, मैसूर, अहमदाबाद और रांची को शॉर्टलिस्ट किया है।
21 जून को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर उन्होंने कहा कि मीडिया संस्थान भी योग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस वर्ष मीडिया की सहभागिता व सहयोग को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। उन्हें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सम्मान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य समाचार पत्र, टीवी और रेडियो तीनों माध्यमों की हिस्सेदारी को बढ़ाना है ताकि वह अपने क्षेत्रों में नए-नए तरीकों से योग का अच्छा प्रचार-प्रसार करें। मीडिया संस्थानों ने 10 से 25 जून की अवधि में जो भी समस्त कार्यक्रम आयोजित किए, उनका संकलन 25 जून के बाद सरकार को देना होगा। इसके बाद छह सदस्यीय जूरी इस पर निर्णय लेगी।
पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2015 में नई दिल्ली में राजपथ पर आयोजित हुआ था, जिसमें 191 देशों ने हिस्सा लिया था। 2016 में मुख्य कार्यक्रम चंडीगढ़ में आयोजित हुआ था और 2017 में यह लखनऊ में आयोजित हुआ था।