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देश को आगे बढ़ाने के लिए इच्छाशक्ति की जरूरत: प्रधानमंत्री मोदी
By Deshwani | Publish Date: 11/5/2019 5:19:20 PM
देश को आगे बढ़ाने के लिए इच्छाशक्ति की जरूरत: प्रधानमंत्री मोदी

सोनभद्र। राष्ट्र को प्रगति पथ पर आगे बढ़ाने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत होती है। अटल जी ने विश्व के विरोध के बावजूद परमाणु बम का परीक्षण किया। उससे पहले की सरकार में इच्छाशक्ति का अभाव था। इस कारण वह परीक्षण नहीं हो पाया था। ये बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहां कही। वे राबर्ट्सगंज में विजय संकल्प रैली को संबोधित कर रहे थे।

 
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21 साल पहले आज ही का वो दिन था, जब भारत ने परमाणु परीक्षण किया था। ऑपरेशन शक्ति को सफलतापूर्वक पूरा किया था। मैं उन सभी वैज्ञानिकों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपनी मेहनत से देश को गौरवान्वित किया। इस परीक्षण से ये साफ हो गया कि भारत के पास इतना बड़ा सामर्थ्य पहले से था, लेकिन वाजपेयी सरकार से ठीक पहले की सरकार में वो हिम्मत नहीं थी कि ऐसा कर सके। ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धि तब हासिल होती है, जब राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरि हो। तभी आप में परमाणु परीक्षण जैसे बड़े फैसले करने की हिम्मत पैदा होती है। तभी आप अंतरिक्ष में भी मिशन शक्ति की हिम्मत दिखाते हैं।
 
उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा इच्छाशक्ति के मूल मंत्र को अपनाये रखा है। देश के विकास के लिए हम किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस इच्छाशक्ति को बनाए रखने के लिए हमें आपके समर्थन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आप सबने देखा है कि महामिलावटी सरकार के मंत्रिमंडल में जाने से देश की क्या स्थिति होती है। इन महामिलावटी लोगों ने देश की खुफिया तंत्र को ही खोखला कर दिया था। उसका खामियाजा देश को लंबे समय तक भुगतना पड़ा था।
 
उन्होंने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कि देश घोटालों से घिर गया। देश का नाम दुनिया भर में बदनाम हुआ, लेकिन वो कहते रहे- 'हुआ तो हुआ'। सत्ता के गलियारों पर दलालों ने कब्जा कर लिया, रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाने वाले देश को आगे बढ़ाने के लिए बड़े फैसले नहीं ले पाए और कहते रहे।
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