अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज रामलला और हनुमानगढ़ी में दर्शन के साथ संत धर्माचार्याें की शरण में हैं। वे एक दिवसीय दौरे पर सबसे पहले आज अयोध्या में दलित घर पहुंचे। अशर्फी भवन चौराहे के निकट सूतहटी मलिन बस्ती में उन्होंने महावीर के घर जाकर भोजन किया और परिजनों का हालचाल लिया।
मुख्यमंत्री के घर पहुंचने पर दलित परिवार गदगद हो गया। परिजनों का कहना है कि हमारे लिए तो जैसे भगवान ही घर में आ गये। मुख्यमंत्री के साथ अशर्फी भवन के महंत जगतगुरु रामानुजाचार्य श्रीधराचार्य भी मौजूद रहे। निर्वाचन आयोग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे तक चुनाव प्रचार पर रोक लगायी है। इसके बाद से वह मंदिर में जाकर पूजन-अर्चन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के जाने के बाद महावीर की पत्नी सावित्री ने कहा कि ये हमारे घर में भगवान के आने जैसी बात है। सावित्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनकी बेटी नीतू के हाथ की बनी रोटी व भिंडी की सब्जी खाई और उसके पहले गुड़ खाकर पानी पिया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने घर में बिना प्लास्टर हुए मकान व कमरे में बिजली के तारों को देखकर मकान का प्लास्टर कराने व वायरिंग कराने की बात कही है।
योगी आदित्यनाथ महावीर के घर से निकलकर करीब 100 मीटर पैदल चलकर अशर्फी भवन मंदिर पहुंचे। इस बीच रास्ते में रामकुमार उसकी पत्नी सुभाषिनी, बेटी खुशबू, शिवानी व बेटे धर्मवीर व अंशू को देखकर रुक गए। मुख्यमंत्री ने उनका हालचाल लिया और रामकुमार से पूछा स्कूल बगल में है बच्चे वहां पढ़ने जाते हैं कि नहीं? इस पर रामकुमार ने बताया कि उसके 6 वर्षीय बेटे अंशू को सुनाई नहीं देता है। मुख्यमंत्री ने अंशू को कान की मशीन दिलाने की बात कही। उन्होंने परिवार को घर दिलाने का भी वादा किया है ।
यहां से मुख्यमंत्री मणिराम दास छावनी पहुंचे। जहां उन्होंने महंत नृत्य गोपालदास से मुलाकात की। मुख्यमंत्री योगी दिगंबर अखाड़ा पहुंच चुके हैं यहां वह संतों से मुलाकात कर उनके साथ भोजन करेंगे। उनके लिए दाल, चावल, लौकी की सब्जी, तरोई की सब्जी बनाई गई है। मीठे में रस मलाई का इंतजाम किया गया है। दिगंबर अखाड़े में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नन्ही बच्ची नेहा सोनी से बातचीत की और उसका गाना भी सुना।