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नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए चीन का पक्ष लिया था: जेटली
By Deshwani | Publish Date: 14/3/2019 6:28:24 PMनई दिल्ली। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू मूल रूप से दोषी हैं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की बजाय चीन का पक्ष लिया था।
कुख्यात आतंकी सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से बचाने में चीन की भूमिका और इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा मोदी सरकार की आलोचना किए जाने के बारे में जेटली ने कहा कि वास्तव में सबसे पहला पाप कांग्रेस की ओर से ही किया गया। वित्तमंत्री जेटली ने यह आरोप अपने लिखे एक आलेख में लगाया है।
जेटली ने कहा कि अमेरिका ने पंडित नेहरू को बताया था कि वह संयुक्त राष्ट्र के स्थायी सदस्य के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व चाहता है। उस समय अमेरिका चीन को संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य बनाने पर राजी था लेकिन वह नहीं चाहता था कि चीन सुरक्षा परिषद में शामिल हो। अमेरिका सुरक्षा परिषद में चीन की बजाय भारत की मौजूदगी चाहता था।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने अपने इस कथन के समर्थन में पंडित नेहरू द्वारा दो अगस्त,1955 को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखे गए पत्र का हवाला दिया है। पंडित नेहरू ने इस पत्र में लिखा था कि भारत इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर सकता। चीन एक महान देश है तथा उसे सुरक्षा परिषद में शामिल न किया जाना, उसके प्रति अन्याय होगा।