नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यहां दावा किया कि इस बार लोकसभा चुनाव में दिल्ली के मतदाता पूर्ण राज्य के दर्जे को ध्यान में रखकर मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्ण राज्य दिल्ली की जनता का अधिकार हैं और हम उसे यह दिलाकर रहेंगे।
केजरीवाल ने पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान आज भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अभी तक जितने भी लोकसभा चुनाव हुए, उसमें दिल्ली के लोगों ने प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट दिया था लेकिन इस बार लोग वोट प्रधानमंत्री बनाने के लिए नहीं, दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने के लिए देंगे। इस मायने में ये लोकसभा चुनाव बड़ा ही महत्वपूर्ण है।
केजरीवाल ने कहा, 'बाबा साहब ने संविधान में सबका एक वोट बताया था, लेकिन दिल्ली का आधा वोट है, बाकी का पूरा वोट है। दिल्ली में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही है, नशा बिक रहा. पुलिस लोगों की सुनती नहीं। पुलिस हमारे पास आएगी तो महिलाएं रात 11 बजे भी बेखौफ घूम सकेंगी। दिल्ली पुलिस गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के अंडर आती हैं, उनसे कैसे मिलें?'
उन्होंने कहा कि मुम्बई के बाद दिल्ली सालाना सबसे ज्यादा, डेढ़ लाख करोड़ का टैक्स केंद्र सरकार को देती है लेकिन बदले में केंद्र सरकार दिल्ली में केवल 325 करोड़ रुपये ही खर्च करती है। गोवा का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां कि आबादी महज 15 लाख है। उस पर केंद्र सरकार 3 हजार दो सौ करोड़ रुपये खर्च करती है। दिल्ली की दो करोड़ की आबादी पर महज 325 करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि दिल्ली पूर्ण राज्य नहीं है।
मुख्यमंत्री ने अपने चार साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कहा कि सरकार ने सड़क, पानी, सीवर, बिजली, स्कूल, अस्पताल, मोहल्ला क्लीनिक आदि पर बहुत काम किया है। इसके बावजूद दिल्ली में बहुत से काम ऐसे हैं, जिन्हें तब तक पूरा नहीं किया जा सकता, जब तक दिल्ली पूर्ण राज्य न बन जाए।
कांग्रेस के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा, 'मीडिया में कांग्रेस की तरफ से लगातार गठबंधन की जानकारी आ रही है। हमारे अंदरूनी सर्वे के मुताबिक पूर्ण राज्य के मुद्दे पर कांग्रेस के साथ जाए बिना सातों सीट जीत रहे हैं।'