काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर: भूमि पूजन के बाद बोले पीएम मोदी- 'भोले की किसी ने चिंता नहीं की'
वाराणसी। प्रधानमंत्री मोदी ने आज काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के लिए भूमि पूजन किया और नींव की ईंट रखी। आज सुबह पीएम मोदी वाराणसी पहुंचे और सबसे पहले उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव की आराधना की और उनका आशीर्वाद लिया। यहां उन्हें मंदिर में प्रसाद स्वरूप बनारसी सिल्क का केसरिया गमछा और रुद्राक्ष की माला भेंट की गयी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भूमि पूजन करने के बाद कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि काशी विश्वनाथ धाम को लेकर जो सपना देखा था, आज पूरा हुआ। जब मैं राजनीति में नहीं था, तब भी यहां आता था। मुझे लगता था कि यहां कुछ करना चाहिए। उन्होंने बेहद भावुक अंदाज में कहा कि भोले बाबा ने तय किया होगा कि बेटे बातें बहुत करते हो यहां आओ और कुछ करके दिखाओ। आज भोले बाबा के आशीर्वाद से वो सपना पूरा हो रहा है।
मोदी ने कहा कि सदियों से ये पवित्र स्थान दुश्मनों के निशाने पर रहा, कितनी बार ध्वस्त हुआ, लेकिन यहां की आस्था ने इसे पुनर्जीवित किया और ये क्रम सदियों से चल रहा है। पिछले कई सालों से भोले बाबा की चिंता किसी ने नहीं की, सभी ने अपनी-अपनी चिंता की।
उन्होंने कहा कि पहली बार संकरी इमारतों से बाबा को मुक्ति मिली। अतिक्रमण में जकड़े मंदिरों की मुक्ति का रास्ता भी खुला हैं। यहां जब महात्मा गांधी यहां आए थे, तो उनके मन में भी यहां की दशा देख पीड़ा थी की भोले बाबा का स्थान ऐसा क्यों? काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में बापू अपने मन की व्यथा बताने से खुद को रोक नहीं पाए थे।
प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर और सोमनाथ मंदिर के जीणोद्धार करने वाली रानी अहिल्याबाई को भी याद किया। उन्होंने कहा कि दोनों मंदिरों के जीणोद्धार में अहिल्याबाई का बड़ा योगदान है, लेकिन उसको भी ढाई सौ साल बीत गए। मैं हैरान हूं जब इतनी सारी इमारतों को तोड़ना शुरू किया तो 40 मंदिरों पर लोगों ने कब्जा कर रखा था। चालीस के करीब ऐसे ऐतिहासिक पुरातात्विक मंदिर मिले जो अजूबा लगेगा कि यह काम कैसे हो गया। लोग दबाते गए आज उन मंदिरों के मुक्ति का भी नंबर आ गया। दशकों बाद इस बार शानदार शिवरात्रि मनाई गई।
मोदी ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर करोड़ों देशवासियों की आस्था का स्थल है। लोग यहां इसलिए आते हैं कि काशी विश्वनाथ के प्रति उनकी अपार श्रद्धा है। उनकी आस्था को अब बल मिलेगा। काशी विश्वनाथ धाम, अब काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के रूप में जाना जाएगा। इससे काशी की पूरे विश्व में एक अलग पहचान बनेगी।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कॉरिडोर निर्माण में आए अवरोधों का जिक्र कर इस कार्य में लगे अफसरों के साथ प्रदेश सरकार खास कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग की दिल खोल कर सराहना की।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल राम नाईक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. महेन्द्रनाथ पांडेय भी मौजूद रहे।