अभिनंदन दोपहर बाद पाक से लौटेंगे, बेटे को लेने जा रहे माता-पिता का लोगों ने किया स्वागत
नई दिल्ली/इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बंदी बनाए गए विंग कमांडर अभिनंदन आज भारत लौटेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे दोपहर दो बजे के बाद वाघा बॉर्डर पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद में गुरुवार को ऐलान किया कि उन्हें शुक्रवार को भारत को सौंपा जाएगा। अभिनंदन के माता-पिता भी उन्हें लेने वाघा बॉर्डर पहुंच रहे हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद लोगों ने उनका ताली बजाकर स्वागत किया।
इमरान ने कहा कि पाकिस्तान शांति का संदेश देने के लिए यह कदम उठा रहा है। इससे पहले भारत ने पाक से कहा था कि वह तत्काल और बिना शर्त अभिनंदन को रिहा करे। सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर अभिनंदन की रिहाई के बदले पाक सौदेबाजी की उम्मीद कर रहा है तो यह उसकी बड़ी भूल है।
पाकिस्तान की ओर से गुरुवार को अभिनंदन की रिहाई के ऐलान के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के विज्ञान भवन में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार समारोह के दौरान स्पीच दे रहे थे। उन्होंने पाक का नाम लिए बगैर उस पर तंज कसा। प्रधानमंत्री ने कहा- "पायलट प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद उसे बढ़ाया जाता है, तो अभी एक पायलट प्रोजेक्ट हुआ है। अब रियल करना है, पहले तो प्रैक्टिस थी।"
इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान वायुसेना के तीन विमानों ने भारतीय वायु क्षेत्र का उल्लंघन किया था। वे यहां तीन मिनट तक रहे। पाक ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की कोशिश की थी। वायुसेना ने घुसपैठ का जवाब देने के लिए 2 मिग-21 और 3 सुखोई-30 भेजे। मिग के पायलट ने एक पाकिस्तानी एफ-16 मार गिराया। हालांकि, इस दौरान हमारा एक मिग क्रैश हो गया, जिसके चलते पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान ने बंदी बना लिया।
ज्ञात हो कि करगिल जंग के वक्त जब कम्बापति नचिकेता वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट थे तब उनकी उम्र 26 साल थी। उनके जिम्मे बटालिक सेक्टर की सुरक्षा थी। 27 मई 1999 को वे मिग-27 फाइटर प्लेन उड़ा रहे थे जब इंजन फेल हो जाने के चलते उन्हें इजेक्ट होना पड़ा और पैराशूट के सहारे वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जा गिरे। पाकिस्तान के सैनिकों ने उनके साथ बुरी तरह मारपीट की। पाक सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के दखल के बाद उनके साथ बुरा बर्ताव रुका। भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाया और 8 दिन बाद नचिकेता की रिहाई हो सकी।
1965 की भारत-पाक जंग के वक्त भी कई भारतीय सैनिकों को पाक ने बंदी बना लिया था। इनमें एक स्क्वॉड्रन लीडर केसी करियप्पा भी थे। उनके विमान को पाकिस्तानी वायुसेना ने निशाना बनाया था। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान ने बंदी बना लिया था। जब जंग खत्म हुई तो चार महीने बाद उनकी रिहाई हो सकी।