राष्ट्रीय
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को ममता ने बताया नैतिक जीत, बीजेपी ने कहा नैतिक हार
By Deshwani | Publish Date: 5/2/2019 12:48:32 PMकोलकाता। कोलकाता में पुलिस और सीबीआई अधिकारियों के बीच टकराव की परिस्थिति को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज अहम निर्देश दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को पूछताछ के लिए शिलांग में सीबीआई दफ्तर में हाजिर होना होगा। इसे लेकर ममता ने अपने पक्ष में फैसला बताया है और इसे पश्चिम बंगाल सरकार की नैतिक जीत करार दिया है।
मुख्यमंत्री ममता ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि सीबीआई और कोलकाता पुलिस के बीच आपसी सहमति से जगह का चुनाव होना चाहिए और वहीं पर पूछताछ होगी। यह राज्य सरकार की नैतिक जीत है। इसके साथ ही ममता ने दूसरे पहलुओं को उजागर करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि राजीव कुमार को गिरफ्तार नहीं किया जा सकेगा लेकिन सीबीआई की टीम रविवार के दिन सीक्रेट ऑपरेशन कर राजीव कुमार को गिरफ्तार करने के लिए पहुंच गई थी। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट का फैसला राज्य सरकार के पक्ष में है।
ममता ने कहा कि राजीव कुमार ने कभी भी नहीं कहा था कि वह पूछताछ के लिए हाजिर नहीं होंगे लेकिन सीबीआई ने उस पर कभी ध्यान नहीं दिया। पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से पांच बार चिट्ठी लिखकर सीबीआई को पूछताछ के लिए जगह तय करने को कहा गया लेकिन सीबीआई ने इसे नहीं सुना और अपनी मर्जी से कार्रवाई करती रही। इसलिए सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला निश्चित तौर पर पश्चिम बंगाल सरकार की नैतिक जीत है।
इधर ममता के इस दावे पर बीजेपी ने पलटवार किया है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि यह ममता बनर्जी की नैतिक हार और लोकतंत्र की जीत है। वह अपने जिस अधिकारी को बचाने की कोशिश में जुटी हुई थीं अब उन्हें हर हाल में सीबीआई के सामने पूछताछ के लिए हाजिर होना होगा। इसके पहले सीबीआई ने उन्हें तीन बार नोटिस भेजा लेकिन वह ममता के संरक्षण में इतने संरक्षित थे कि सीबीआई दफ्तर जा नहीं रहे थे। अब उन्हें हर हाल में जाना ही होगा। यह लोकतंत्र की जीत है और ममता बनर्जी की हार है।