छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री बने भूपेश बघेल, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दिलाई शपथ
रायपुर। विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की त्रिकोणीय जीत के बाद अब राज्यों में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का दौर शुरु हो गया है। सोमवार को पहले राजस्थान में अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री और सचिन पायलट ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली फिर कुछ घंटे बाद ही मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने भी पीएम पद की शपथ ली।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का इंतजार कर रहे भूपेश सिंह बघेल का भी इंतजार खत्म हुआ और उन्होंने भी शपथ ले ली है। शपथ लेने के साथ ही भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री बन गए हैं। भूपेश सिंह बघेल को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शपथ दिलाई।
वहीं टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू ने मंत्री पद की शपथ ली है। शपथ समारोह के दौरान मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला सहित कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह भी पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा भी मौजूद रहे।
बघेल ने हिंदी में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। बघेल के साथ उनके सहयोगी ताम्रध्वज साहू और टी एस सिंहदेव ने भी मंत्री पद की शपथ ली। सिंह देव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। वह अंबिकापुर से विधायक हैं। वहीं ताम्रध्वज साहू पिछड़ा वर्ग के वरिष्ठ नेता हैं एवं दुर्ग ग्रामीण सीट से विधायक हैं। साहू दुर्ग लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद भी हैं।
भूपेश बघेल कांग्रेस के एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने छत्तीसगढ़ में पार्टी को मजबूत बनाने का काम किया। कांग्रेस ने पिछले 15 वर्षों से सत्तारूढ़ रही भाजपा को सत्ता से हटाया। कांग्रेस को 68 सीटों पर जीत दिलाने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल की बड़ी भूमिका रही है। 57 वर्षीय भूपेश बघेल अन्य पिछड़ा वर्ग के कुर्मी समाज से आते हैं जो राज्य की राजनीति में काफी दखल रखता है।
बघेल ने वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद सम्हाला था और पांच वर्ष तक वह लगातार मेहनत करते रहे। इन पांच वर्षों के मेहनत के बाद कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने में सफल रही है। राज्य में भूपेश बघेल की छवि तेज तर्रार नेता की है जिन्होंने नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंह देव के साथ मिलकर लगातार हार के कारण निराश संगठन में फिर से नई जान फूंकी।