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RSS की बैठक का आज आखिरी दिन, राम मंदिर पर मोहन भागवत और अमित शाह का मंथन
By Deshwani | Publish Date: 2/11/2018 11:39:51 AM
RSS की बैठक का आज आखिरी दिन, राम मंदिर पर मोहन भागवत और अमित शाह का मंथन

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकारिणी की बैठक का आज आखिरी दिन है। बैठक मुंबई के पास भायंदर में केशव श्रुति में शुरू हुई। इस बैठक में आज संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यत्र अमित शाह भी मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक, आरएसएस और बीजेपी के बीच बैठक में राम मंदिर को लेकर चर्चा हुई है। अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने को लेकर संघ ने कहा है कि सरकार जमीन अधिग्रहण कर मंदिर का निर्माण करे। बताया जा रहा है कि आज अमित शाह पूरे दिन आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल रहेंगे। 

 
बुधवार से शुरू हुई आरएसएस की तीन दिवसीय दिवाली बैठकपालघर में शुरू हुई। इस बैठक में आरएसएस से जुडे 54 संघटन शामिल हैं। बैठक में देश भर से संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी शामिल हैं। इस बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह सुरेश जोशी उपाख्य भैयाजी, सह-सरकार्यवाह सुरेश सोनी, डॉ. कृष्ण गोपाल, दत्तात्रेय होसबले, वी.भागय्या, डॉ.मनमोहन वैद्य प्रमुख रूप से मौजूद हैं।  
 
संघ प्रचारक डॉ. मनमोहन वैद्य ने बैठक के पहले ही दिन कहा था कि अब सरकार को चाहिए कि राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण कर काम शुरू किया जाए और राष्ट्र के गौरव को बहाल करना चाहिए। मनमोहन वैद्य ने कहा राम मंदिर का मामला हिंदू बनाम मुस्लिम या मंदिर बनाम मस्जिद के बारे में नहीं है। अदालत ने पहले ही कह दिया है कि नमाज के लिए मस्जिद अनिवार्य नहीं है। वे खुली जगह पर भी नमाज पढ़ सकते हैं।
 
उन्होंने कहा कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाना कानूनी कार्य नहीं था। राम मंदिर पर अब और चर्चा करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब बाबर पर विजय प्राप्त किया था तो उनके पास बहुत सारी भूमि थी और कहीं भी मस्जिद बना सकता था। अदालत ने कहा है कि मुस्लिम प्रार्थनाओं के लिए मस्जिद महत्वपूर्ण नहीं है. इस्लामी विद्वानों भी कहते हैं कि जिस जगह को विजय प्राप्त करके मस्जिद निर्माण किया जाता है, वहां प्रार्थना करना सही नहीं है।
 
गौरतलब है कि राम मंदिर के मुद्दे को लेकर साधु-संतों की तरफ से वीएचपी के साथ मिलकर आंदोलन चलाने का फैसला किया गया है। हाल ही में संच उच्चाधिकार समिति की बैठक में इस बाबत फैसला लिया गया है, जिसमें सांसदों के घेराव से लेकर हर राज्य में राम मंदिर के पक्ष में माहौल गरमाने की कोशिश की जाएगी। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने भी इस मुद्दे पर साधु-संतों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा, ‘हमने अबतक उनका समर्थऩ किया है और आगे भी वे जो निर्णय करेंगे उसमें हम उनका समर्थन करेंगे।’
 
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