नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में इस गुरुवार से रविवार तक चार दिवसीय 11 वें वैश्विक आर्य समाज सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। 11 वें वैश्विक आर्य समाज सम्मेलन का उद्घाटन रोहिणी के जयंती पार्क में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा किया जाएगा। उद्घाटन समारोह में पाकिस्तान और बांग्लादेश के प्रतिनिधियों समेत कुछ राज्यों के गवर्नर और मुख्यमंत्रियों के साथ कई केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों के अलावा 32 देशों के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। वैश्विक आर्य समाज सम्मेलन का समापन 28 अक्टूबर को होगा। इस दिन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि होंगे।
राजनाथ सिंह के अलावा इस कार्यक्रम में ये गणमान्य अथितियों में धर्म पाल, आलोक कुमार, बीजेपी नेता विजेंदर गुप्ता, वरिष्ठ आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार, कृष्ण गोपालजी, हिमाचल के राज्यपाल देवत्र आचार्य ,सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद, केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह, सांसद सुमेद आनंद सरस्वती, बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सांसद मीनाक्षी लेखी के अलावा पूर्व दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री योगानंद शास्त्री, पतंजलि समूह के आचार्य बालकृष्ण के आने की संभावना है।
सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा (एसएपीएस) द्वारा आयोजित इस वैश्विक आर्य समाज सम्मेलन में आर्य समाज से जुड़े प्रतिनिधि देश के सामाजिक रूप से प्रासंगिक मुद्दों पर अपना दृष्टिकोण रखेंगे। वहीं इस समारोह में हिंदू समुदाय के कई मुद्दों पर भी चर्चा होगी। आपको बता दें कि इससे पहले 10 वैश्विक आर्य समाज सम्मेलन समारोह का आयोजन दुनिया के विभिन्न हिस्सों में किया जा चुका है।
इस वर्ष के वैश्विक आर्य समाज सम्मेलन का आयोजन के दौरान सामाजिक मीडिया और सूचना प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म जैसे वैदिक ग्रंथों पर व्याख्यान, योग और ध्यान में प्रशिक्षण, वेदों के ऐतिहासिक पहलुओं, जीवन, आर्य समाज के संस्थापक दयानंद सरस्वती के समय की शिक्षाएं, व्यसन, गैर-शाकाहार, जानवरों की हत्या, गाय वध, विभिन्न भाषाओं के महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी मंथन किया जायेगा।
आपको बता दें कि भारत में आर्य समाज की स्थापना 1875 में महर्षि दयानंद सरस्वती ने की थी। आज दुनिया के कई हिस्सों में आर्य समाज दयानंद सरस्वती के विचारों का प्रचार-प्रसार कर रहा है।