ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
दिल्ली: सरोगेसी सेंटर की आड़ में चल रहा था बच्चे बेचने का गोरखधंधा, मास्टर माइंड समेत 10 गिरफ्तार
By Deshwani | Publish Date: 26/9/2018 3:57:34 PM
दिल्ली: सरोगेसी सेंटर की आड़ में चल रहा था बच्चे बेचने का गोरखधंधा, मास्टर माइंड समेत 10 गिरफ्तार

नई दिल्ली। दिल्ली में चल रहे नवजात बच्चे बेचने के गोरखधंधे का खुलासा करते हुए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक महिला सरगना समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। दरअसल, पिछले एक महीने से नवजात बच्चों को बेचने वाले गिरोह की खबर पुलिस को मिल रही थी। पुलिस ने इस मामले में जब जांच आगे बढ़ाई तो एक के बाद एक खुलासे होने शुरू हो गए। पुलिस के सामने वो नाम आए जिसमें वो मास्टर माइंड महिला भी शामिल है जो अपने सरोगेसी सेंटर के जरिए इस पूरे रैकेट को चला रही थी। महिला का पति अर्धसैनिक बल में असिस्टेंट कमांडेंट है।
 
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सूत्रों की मानें तो करीब डेढ़ महीने पहले सूचना मिली थी कि एक बड़ा गिरोह सेरोगेसी सेंटर के जरिए बच्चों को बेचने का काम कर रहा है। दरअसल, पुलिस ने सबसे पहले हरियाणा से एक कार के अंदर से एक नवजात शिशु को बरामद किया साथ ही बच्चा ले जा रहे तीन लोगों को भी धर दबोचा। इनमें दिल्ली के उत्तम नगर का राहुल तिवारी और उसकी पत्नी ज्योति तिवारी भी शामिल थे। पुलिस के मुताबिक, संतान न होने के कारण वह 4 लाख रुपए देकर बच्ची खरीदने आए थे। राहुल पेशे से प्रॉपर्टी डीलर है। पुलिस ने बच्ची बेचने आए शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया। हालांकि जन्म के तुरंत बाद अस्पताल से बाहर ले जाने और मां का दूध नहीं मिल पाने के कारण 10 दिन के भीतर ही बच्ची की मौत हो गई। 
 
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि शकीला नाम की महिला ने मिथिला नाम की महिला को नवजात बच्ची 20 हजार रुपए में बेची थी। बच्ची को जहांगीर के जरिए राहुल को बेचा जाना था। पुलिस ने मिथिला और शकीला को भी गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि ये बच्ची दिल्ली की एक नाबालिग लड़की की है। जिसकी चोरी छुपे हरियाणा में डिलीवरी कराई गई थी।
 
जांच में पुलिस को बेहद चौंकाने वाली बातें पता चलीं। पुलिस ने बताया कि इस पूरे रैकेट की मास्टरमाइंड कविता टोकस है जो दिल्ली के मुनीरका इलाके में रहती है। वहीं उसका एक सरोगेसी सेंटर भी है। पुलिस के मुताबिक, वो कई आईवीएफ सेंटरों के लैब से मिलीभगत कर स्पर्म और एग चोरी करवाती थी। इसके बाद जरूरतमंत दंपतियों को अपने सरोगेसी सेंटर में बुलाती। अगर जरूरतमंद महिलाएं इस लायक हैं कि वो चोरी के स्पर्म और एग के जरिए बच्चे को जन्म दे सकें तो वो उन्हें स्पर्म और एग मुहैया कराती थी। अगर कोई महिला इस लायक नहीं है तो 1 लाख रुपए में किसी दूसरी महिला की कोख किराए पर लेती थी और बच्चे के जन्म के बाद जरूरतमंद दंपति को 4 से 5 लाख रुपए में अवैध तरीके से बच्चे बेचती थी। पुलिस ने सरोगेसी सेंटर के मैनेजर जितेंद्र दुबे को भी गिरफ्तार किया है।
 
इसके बाद पुलिस ने इस सरोगेसी सेंटर के जरिए बच्चे खरीदने वालों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने विकासपुरी के रहने वाले बलवीर दुबे को गिरफ्तार किया। बलवीर ने 5 लाख रुपए में बच्चा खरीदा था। ऐसे ही एक शख्स नरेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नरेश ने ढाई लाख रुपए में नवजात बच्ची खरीदी थी। सतीश महाजन नाम के व्यक्ति ने 4 लाख में एक बच्ची खरीदी। वहीं, पुलिस के मुताबिक, मुंबई के एक दंपति ने भी इस सरोगेसी सेंटर से एक बच्चे की डील की। बच्चा किराए की कोख में पला। लेकिन जब बच्ची जन्मी तो उस दंपति ने बच्ची लेने से मना कर दिया। इसके बाद बच्ची को किसी और को बेच दिया गया। 
 
पुलिस ने बीते गुरुवार को गैंग की सरगना कविता टोकस को भी गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल वह पुलिस रिमांड में है। मिली जानकारी के मुताबिक, कविता का पति अर्धसैनिक बल में असिस्टेंट कमांडेंट है। कविता ने पुलिस को बताया कि उसकी कोई संतान नहीं थी। बच्चे की चाहत में वह कई जगहों पर घूमती रही। इसी दौरान बच्चों की अवैध खरीद फरोख्त करने वाले गैंग से उसका संपर्क हुआ। इसके बाद वह भी यह काम करने लगी। पुलिस के मुताबिक अब तक इस गैंग से 6 बच्चे बरामद हो चुके हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह ने अब तक कितने बच्चों की खरीद फरोख्त की है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS