नई दिल्ली। दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा, पंजाब में पिछले तीन दिनों से रूक-रूक कर हो रही बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। बारिश के कारण हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज में जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। बढ़ते जलस्तर के कारण हथिनी कुंड बैराज से पानी को यमुना नदी में छोड़ा गया है। बुधवार (26 सितंबर) को हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 28, 253 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
हथिनी कुंड से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी के जलस्तर में इजाफा हुआ है। यमुना में जलस्तर बढ़ने के कारण युमना ब्रिज यानी की लोहे का पुल पर आवाजाही को फिलहाल धीरे कर दिया है। हालांकि ऐहतियात के तौर पर प्रशासन की ओर से निचले इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ते रहने पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर पुराने पुल पर यातायात बंद करने का आदेश जारी किया गया। अधिकारियों के अनुसार यमुना बुधवार 205।5 मीटर पर बह रही थी और खतरे का निशान 204।83 मीटर है।
आम बोलचाल में इसे लोहे का पुल कहा जाता है और यह सड़क-सह रेल पुल है। दिल्ली-हावड़ा लाइन का यह पुल 150 साल से भी अधिक समय पहले बना था। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, ‘जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण बाढ़ का खतरा है, यमुना तल में निचले इलाकों में पानी भर गया। ऐसे में जान-माल का नुकसान हो सकता है।’
सेवानिवृत जज पुत्तासामी समेत कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर आधार कानून की वैधानिकता को चुनौती दी है। याचिकाओं में विशेषतौर पर आधार के लिए एकत्र किए जाने वाले बायोमेट्रिक डाटा से निजता के अधिकार का हनन होने की दलील दी गई है।