नई दिल्ली। दिल्ली के खिलाड़ियों को जल्द ही अरविंद केजरीवाल सरकार की ओर से एक बड़ा को तोहफा मिलने वाला है। राज्य सरकार की ओर से ऐलान किया गया है कि वह खिलाड़िय़ों की बनाई गई नीति में संशोधन करेग, जिससे उन्हें सरकारी नौकरी मिल सकेगी। शुक्रवार को एशियाड पदक विजेताओं के लिए आयोजित एक सम्मान समारोह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा करने का प्रयास करेगी।
केजरीवाल ने कहा कि एक खिलाड़ी को अक्सर इस बात की चिंता सताती है कि खेलों के बाद उनका जीवन यापन कैसे होगा। ऐसे में खिलाड़ियों को चिंता मुक्त करने के लिए दिल्ली सरकार उन्हें सरकारी नौकरी देने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने के बाद दिल्ली समेत अन्य बच्चों को भी खिलाड़ी बनने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
हिन्दुस्तान में प्रकाशित खबरों के मुताबिक, केजरीवाल सरकार ने तय किया है कि विशेष समिति खेल प्रतिभाओं को चिन्ह्ति करेगी। बचपन से ही खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी, ताकि वह बेहतर प्रशिक्षण के तहत अपनी प्रतिभा को निखार सकें और देश का नाम रोशन कर सके। अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने पहले भी खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की योजना बनाई थी, लेकिन एलजी ने उसे मंजूरी नहीं दी।
अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने पहले भी खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की योजना बनाई थी, लेकिन एलजी ने उसे मंजूरी नहीं दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को भविष्य में हर संभव मदद के लिए तैयार हैं। वहीं, इस मौके पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से एक समिति का गठन किया गया है जो बचपन में ही प्रतिभा को पहचानने का काम करेगी और उस खिलाड़ी को आगे बढ़ाने का प्रयास करेगी।
मंच से दिल्ली सरकार ने प्रदेश के सभी 14 साल से कम उम्र के प्रतिभाशाली खिलाड़ी के लिए हर साल दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का फैसला लिया है। वहीं, 14-17 साल की उम्र में उसको आने जाने व खेलने के लिए 3 लाख रुपये देने का फैसला लिया गया है।