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भीमा कोरेगांव हिंसा: SC ने सुरक्षित रखा फैसला, फैसला आने तक नजरबंद रहेंगे पांचों मानवाधिकार कार्यकर्ता
By Deshwani | Publish Date: 20/9/2018 1:25:40 PM
भीमा कोरेगांव हिंसा: SC ने सुरक्षित रखा फैसला, फैसला आने तक नजरबंद रहेंगे पांचों मानवाधिकार कार्यकर्ता

नई दिल्ली। भीमा कोरेगांव हिंसा केस में गिरफ्तार 5 आरोपियों पर सुप्रीमकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्ते इस केस पर अपना फैसला सुनाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि फैसला सुनाए जाने तक पांचों आरोपी नजरबंद रखे जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार की तरफ से एक बड़ा खुलासा भी किया गया। सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र सरकार का पक्ष रख रहे वकील तुषार मेहता ने दलील दी है कि प्रकाश चेतन और साईबाबा एक ही आदमी के नाम हैं। और वो न केवल हिंदी जानता है बल्कि हिंदी में भाषण भी देता है।
 
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र सरकार ने इस बात का भी खुलासा किया है कि प्रकाश के नाम से से लिखी गई चिट्ठियों में कई षड्यंत्रों का जिक्र है। इसके अलावा ERB मीटिंग ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो की मीटिंग का भी जिक्र है। तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट में यह भी कहा कि आरोपियों से मिले दस्तावेजों में कई जगह ऐसी गंभीर बातें हैं जिन्हें कोर्ट में बोलकर पढ़ना उचित नहीं है। उन्होंने कहा, "आरोपियों के पत्राचार में कई कोड हैं। मसलन LIC लो इंटेंसिटी कॉम्बैट का जिक्र है।"
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