नई दिल्ली। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान चाहते हैं कि भारत से एक बार फिर से बातचीत शुरू हो। इसके लिए पीएम इमरान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में अनुरोध किया गया है कि संयुक्त राष्ट्र की बैठक से अलग भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी बातचीत करें। यहां ज्ञात हो कि अगले महीने संयुक्त राष्ट्र के जनरल असेंबली की बैठक होनी है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने पिछले दिनों दोनों देशों के बीच नए सिरे से संबंध सुधारने के संकेत दिए थे। इसके जवाब में इमरान खान ने पीएम मोदी को यह पत्र लिखा है। इससे पहले चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद इमरान खान ने कहा था कि अगर भारत एक कदम आगे बढ़ाएगा तो वह दो कदम बढ़ाएंगे।
इमरान खान ने इस पत्र के जरिए भारत से बातचीत शुरू करने के लिए औपचारिक प्रस्ताव भेजा है। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि पत्र में पाकिस्तान ने 2015 में शुरू हुए द्विपक्षीय बातचीत के क्रम को दोबारा शुरू करने का अनुरोध किया है। पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद यह बातचीत रोक दी गई थी। पत्र में कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान को बातचीत के जरिए आतंकवाद और कश्मीर संबंधित समस्याओं को सुलझाएं।
देखना दिलचस्प होगा कि इमरान खान की इस पहल का भारत सरकार क्या जवाब देती है। ये भी देखना होगा कि क्या सुषमा स्वराज पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात करते हैं या नहीं।
इसी साल अगस्त में भारत और पाकिस्तान के अफसर सिंधु जल समझौते पर बातचीत के लिए बैठ चुके हैं। स्थायी सिंधु आयोग (पीआईसी) की इस मुलाकात के दौरान भारत के दल का नेतृत्व पीके सक्सेना और पाकिस्तान का पक्ष रखने के लिए सैयद मेहर अली शाह मौजूद रहे थे। हालांकि यह रूटीन बातचीत थी। पीके सक्सेना ने कहा था कि भारत कोई नई बातचीत करने पाकिस्तान नहीं गया था, यह पुराने समझौते के तहत हुई बातचीत थी।
इससे पहले पीएम मोदी ने भी नई सरकार के प्रति अच्छा रुख अपनाते हुए खुद फोन कर इमरान खान को बधाई दी थी। साथ ही भेंट स्वरूप एक क्रिकेट बैट भी भेजा था।
पाकिस्तान भारत के साथ संबंधों में सुधार चाहता है और कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों का समाधान वार्ता के माध्यम से करना चाहता है। यह बात आज यहां पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कही। उन्होंने कहा कि मौजूदा गतिरोध के बावजूद पाकिस्तान भारत के साथ संवाद कायम करने में नहीं झिझकेगा।