नई दिल्ली। भगोड़े विजय माल्या के मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि विजय माल्या ने स्विट्जरलैंड के एक बैंक में 170 करोड़ रुपए ट्रांसफर किया था। इस पर ब्रिटेन की वित्तीय खुफिया इकाई (UKFIU) ने 28 जून 2017 को भारत को अलर्ट किया था। उसने माल्या मामले की जांच कर रहीं केंद्रीय एजेंसियों-सीबीआई और ईडी को इस बारे में बताया था। इसके बाद माल्या के खिलाफ 13 कर्जदाता बैंकों ने कार्रवाई शुरू की और भारत के साथ-साथ ब्रिटेन में उसकी संपत्ति जब्त की गई। माल्या पर नवंबर 2017 में वैश्विक जब्ती आदेश (WFO) लगा था। सूत्रों की मानें तो माल्या ने जो फंड ट्रांसफर किया था उसे ब्रिटेन ने संदिग्ध गतिविधि रिपोर्ट (SAR) में तब्दील कर दिया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई और ब्रिटेन के जांच अधिकारियों के बीच लंदन में एक बैठक भी हुई थी। उसके बाद ही माल्या पर शिकंजा कसा गया। ब्रिटेन के अधिकारियों ने ही कहा था कि माल्या को अपनी संपत्ति बेचने से रोका जाए। किंगफिशर एयरलाइन्स को ऋण देने वाले 17 कर्जदाताओं के संघ की अगुवाई करने वाले भारतीय स्टेट बैंक के मुताबिक माल्या पर 7 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है, जो बकाया मिलाकर 10 हजार करोड़ रुपए के आसपास पहुंच गया है। एसबीआई ने सबसे पहले भरपाई के लिए बेंगलुरु में न्यायाधिकरण का दरवाजा खटखटाया था। सूत्रों के अनुसार एसबीआई ने बेंगलूरु में डीआरटी में 4 आवेदन दाखिल किये हैं जिसमें माल्या का पासपोर्ट जब्त करने, उन्हें गिरफ्तार करने आदि की मांग की गई।
एसबीआई ने 5 जुलाई, 2018 को कहा कि अब माल्या की ब्रिटेन और वेल्स स्थित संपत्ति जब्त की जाएंगी। बैंकों का कहना है कि माल्या के खिलाफ चल रहे मामले में हाईकोर्ट एनफोर्समेंट अफसर की तैनाती की जानी चाहिए, जो माल्या की चल संपत्ति को बेच सके। कोर्ट के आदेश के मुताबिक, 'हाईकोर्ट एंफोर्समेंट ऑफिसर और उनके तहत काम करने वाले एजेंट माल्या से जुड़े सामान की तलाश और उस पर नियंत्रण के लिए लेडीवॉक, क्वीन हू लेन, तेविन, वेलविन और ब्रेंबल लॉज में प्रवेश कर सकते हैं। कोर्ट ने यह भी कहा है कि हाईकोर्ट एंफोर्समेंट ऑफिसर और उनके तहत काम करने वाले एजेंट जरूरत पड़ने पर संपत्ति में घुसने के लिए ताकत का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।'
ब्रिटेन की कोर्ट के आदेश से भारतीय एजेंसियों को भी राहत मिलेगी। भारतीय एजेंसियां लगातार यूके कोर्ट में संपत्ति जब्त करने के लिए अर्जी दे रही थीं। एफोर्समेंट अधिकारी जांच के दौरान लंदन पुलिस भी मदद ले सकेंगे। इससे पहले बैंकों ने दिल्ली कोर्ट को बताया था कि भारत में भी माल्या की 159 संपत्तियों की पहचान हो चुकी है।