ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
देश के 3 बड़े बैंकों के विलय से ग्राहकों को मिलेंगे ये 5 फायदे
By Deshwani | Publish Date: 19/9/2018 10:59:19 AM
देश के 3 बड़े बैंकों के विलय से ग्राहकों को मिलेंगे ये 5 फायदे

नई दिल्ली। बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक विलय की घोषणा की जा चुकी है। संभावना है कि इन तीनों बैंकों के विलय के बाद बनने वाला नया बैंक 1 अप्रैल से काम करना भी शुरु कर देगा। इन बैंकों के विलय से इन बैंकों के लिए बैंकिंग के मायने बदल जाएंगे। इस विलय से ग्राहकों को कई लाभ होंगे।
 
बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय से ग्राहकों के लिए सेवाओं का दायरा बढ़ जाएगा। दक्षिण भारत में विजया बैंक की मज़बूत पकड़ है। वहीं उत्तर और पश्चिम भारत में बैंक ऑफ बड़ौदा का काफी अच्छा नेटवर्क है। ऐसे में इन तीनों बैंकों के ग्राहकों को पूरे भारत में आसानी से सेवाएं मिल सकेंगी। वहीं इन तीनों बैंकों के एटीएम भी इस विलय के एक ही बैंक के हो जाएंगे।
 
बैंक ऑफ बड़ौदा का कई देशों में नेटवर्क है। बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाएं घाना, न्यूजीलैंड, बोत्सवाना, यूके, न्यूयॉर्क, केनिया, सउदी  अरब, युगांडा, सिडनी, ब्रुसेल्स सहित कई अन्य देशों में हैं। ऐसे में बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय के बाद विजया बैंक और देना बैंक के ग्राहकों को भी बैंक ऑफ बड़ौदा के इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का लाभ मिल सकेगा। वहीं देश में विजय बैंक और देना बैंक के नेटवर्क का लाभ बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहकों को मिलेगा। विलय के बाद नए बैंक के पास देश-विदेश में कुल 9,485 शाखाएं हो जाएंगी।
 
तीनों बैंकों के मर्जर के बाद बनने वाला बैंक देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। ऐसे में इस बैंक का पास भरपूर पूंजी होगी वहीं पूंजी की लागत में भी कमी आएगी। ऐसे में ये बैंक ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक योजनाएं लाएगा। यह भी संभव है कि इस नए बैंक के ग्राहकों को शाखाओं में जाने पर बेहतरनी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। सरकार का भी मानना है कि इस विलय से बैंक के ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी, बाजार में इस बैंक के लिए ग्राहकों के बीच पहुंच पाना आसान हो जाएगा और संचालन के तरीकों में बेहतरी आएगी। इससे बैंक के कर्मियों को भी लाभ मिलेगा।
 
बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय के बाद बनने वाले बैंक के पास कुल कर्मियों की संख्या 85,000 से ज़्यादा होगी। ऐसे में न ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध् कराने के लिए बैंक के पास पर्याप्त संख्या में कमी होंगे। वहीं तीनों बैंकों के मिल जाने के बाद कर्मियों पर भी काम का बोझ घटेगा। ऐसे में आने वाले समय में देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक निजी बैंकों की तरह अपने खाताधारकों के लिए फाइनेंशिलय असिस्टेंस के लिए भी कर्मियों की नियुक्ति कर सकता है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS