नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट में कल कुछ बड़े मामलों पर सुनवाई होगी। इनमें भीमा कोरेगांव मामले में हुई गिरफ्तारियों पर भी सुनवाई होनी है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए 5 वामपंथी विचारक सोमवार तक नजरबंद ही रहेंगे। बुधवार को इस मामले की सुनवाई होनी थी, लेकिन ये टल गई थी। इसके अलावा भी कुछ ऐसे ही बड़े मामले हैं, जिनपर सुनवाई होनी है।
पिछले दिनों भीमा कोरेगांव हिंसा की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार इतिहासकार रोमिला थापर सहित पांच लोगों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी। रोमिला थापर सहित पांच लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर प्रोफेसर सुधा भारद्वाज, वामपंथी विचारक वरवर राव, वकील अरुण फरेरा, मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा और वेरनन गोंजाल्विस की गिरफ्तारियों को चुनौती दी है।
निकाह हलाला, बहुविवाह और तीन तलाक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में झंडा बुलंद करने वाली शबनम पर तेजाब हमले के मामले पर भी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। शबनम की याचिका में कहा गया कि उसे उचित सुरक्षा के साथ ही तेजाब हमले से जुड़ी चिकित्सा सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएं। साथ ही उसे सुरक्षा और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी नेता और वकील गौरव भाटिया की ओर से दायर याचिका पर पश्चिम बंगाल सरकार और सीबीआई को नोटिस जारी कर दोनों से जवाब मांगा था। वकील भाटिया का कहना है कि शक्तिपद सरकार, त्रिलोचन महतो और दुलाल कुमार की राज्य में हत्या कर दी गई है और राज्य पुलिस ने इस संबंध में प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की।
परिवार के सदस्यों को भी कथित रूप से धमकाया गया है। उन्होंने याचिका में मांग की है कि मामलों की सीबीआई जांच होनी चाहिए और परिजन को 50-50 लाख रुपए की सहायता राशि मिलनी चाहिए। उन्होंने पीड़ित परिवारों की सुरक्षा की भी मांग की।