पीएम मोदी ने की 'स्वच्छता ही सेवा आंदोलन' की शुरुआत, बोले- 'सब मिलकर इसे सफल बनाएं'
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 15 सितंबर को देश में स्वच्छता अभियान पार्ट-2 की शुरुआत कर दी है। उन्होंने शनिवार को सुबह 9:30 बजे 'स्वच्छता ही सेवा आंदोलन' का शुभारंभ किया। इस दौरान देश को संबोधित करते हुए उन्होंने देश में स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए तमाम सरकारी प्रयासों को बताया।
वह स्वच्छता अभियान के लिए काम करने वाले देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान अमिताभ बच्चन से भी पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की। अमिताभ बच्चन ने मुंबई के वर्सोवा बीच में किए गए सफाई अभियान के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि पीएम ने देश को स्वच्छता का रास्ता दिखाया। मैं स्वच्छता अभियान से व्यक्तिगत रूप से जुड़ा हुआ हूं।
इसके बाद रतन टाटा ने स्वच्छता अभियान के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया किया। पीएम मोदी ने भी रतन टाटा से कहा कि आपने भी स्वच्छता के लिए काफी प्रयास किए हैं। आपका ग्रुप इस क्षेत्र में अहम योगदान दे रहा है। उन्होंने स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने के लिए मीडिया को भी धन्यवाद दिया।
पीएम मोदी ने जम्मू और कश्मीर में तैनात आईटीबीपी के जवानों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा 'सबसे पहले तो ITBP के मेरे सभी बहादुर साथियों को मेरा नमन।' आप सभी के बारे में जितना भी कहा जाए उतना कम है। देश को आपकी, सेना के जवानों की जहां भी जरूरत पड़ती है, आप सबसे पहले हाजिर रहते हैं। सीमा पर दुश्मनों से मोर्चा लेना हो, बाढ़ के संकट से निपटना हो, हर बार आपने देश को ऊपर रखा है। अब स्वच्छता के लिए आपका ये योगदान भी देश को गौरवान्वित कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा 'चार वर्ष पहले शुरू हुआ स्वच्छता आंदोलन अब एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर आ पहुंचा है। हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि राष्ट्र का हर तबका, हर संप्रदाय, हर उम्र के मेरे साथी, इस महाअभियान से जुड़े हैं। गांव-गली-नुक्कड़-शहर, कोई भी इस अभियान से अछूता नहीं है।'
उन्होंने कहा 'क्या किसी ने कल्पना की थी कि 4 वर्षों में 450 से ज्यादा जिले खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे? क्या किसी ने कल्पना की थी कि 4 वर्षों में 20 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे? यह भारत और भारतवासियों की ताकत है।'
उन्होंने कहा 'सिर्फ शौचालय बनाने भर से भारत स्वच्छ हो जाएगा, ऐसा नहीं है। टॉयलेट की सुविधा देना, कूड़ेदान की सुविधा देना, कूड़े के निस्तारण का प्रबंध करना, ये सभी सिर्फ माध्यम हैं। स्वच्छता एक आदत है जिसको नित्य के अनुभव में शामिल करना पड़ता है। ये स्वभाव में परिवर्तन का यज्ञ है जिसमें देश का जन-जन, आप सभी अपनी तरह से योगदान दे रहे हैं।'
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि अस्वच्छता, गंदगी विशेषतौर पर हमारे गरीब के जीवन को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है, उसे बीमारी के दलदल में धकेल देती है। डायरिया जैसी अनेक बीमारियों का सीधा संबंध गंदगी से है। ये बीमारियां लाखों जीवन हमसे छीन लेती हैं। हमें इस बात का संतोष होना चाहिए कि स्वच्छ भारत अभियान के चलते डायरिया के मामलों में बहुत कमी आई है।
पीएम मोदी ने इस अभियान की शुरुआत की घोषणा 12 सितंबर को अपने ट्वीट में की थी। उन्होंने इस आंदोलन को दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि बताया। यह अभियान दो अक्टूबर को गांधी जयंती तक चलाया जाना है।