नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को देश की हजारों आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने इस दौरान कहा कि केंद्र सरकार देश में पोषण और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे पर पूरा ध्यान देते हुए काम कर रही है। उन्होंने कहा 'मैं गर्भवती महिलाओं का निशुल्क इलाज करने वाले डॉक्टरों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं।' उन्होंने कहा कि कमजोर नींव पर मजबूत इमारत का निर्माण नहीं हो सकता। इसी प्रकार यदि देश का बचपन कमजोर रहेगा तो उसके विकास की गति धीमी हो जाएगी।
मंगलवार को आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में टीकाकरण अभियान इस समय तेज गति से चल रहा है। इस अभियान में देश बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों को शामिल करना बेहद जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा 'मौजूदा समय में एक आशा वर्कर किसी बच्चे जन्म के बाद उसके पास 42 दिनों में 6 बार जाती हैं। अब हम इस समय को बढ़ाकर 15 महीने कर रहे हैं। इससे आशा वर्कर ऐसे बच्चों की देखरेख के लिए उनके पास 15 महीने में 11 बार जा सकेंगी। मुझे विश्वास है कि आपके स्नेह और अपनेपन से एक से एक बेहतरीन नागरिक देश को मिलेंगे।'
किसी भी शिशु के लिए जीवन के पहले एक हजार दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान मिला पौष्टिक आहार, खान-पान की आदतें ये तय करती हैं कि उसका शरीर कैसा बनेगा, पढ़ने-लिखने में वो कैसा होगा, मानसिक रूप से कितना मजबूत होगा। यदि देश का नागरिक सही से पोषित होगा, विकसित होगा तो देश के विकास को कोई नहीं रोक सकता है। लिहाज़ा शुरुआती हजार दिनों में देश के भविष्य की सुरक्षा का एक मजबूत तंत्र विकसित करने का प्रयास हो रहा है। एक आशा वर्कर की बात पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा 'जैसा कि दादरा और नगर हवेली की साथी कह रही थीं, निश्चित तौर पर एनीमिया एक बहुत बड़ी समस्या है। देश में काफी संख्या में लोग एनीमिया के शिकार हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में आयोडीन युक्त नमक का उपयोग बढ़ा है। अब आप सभी कार्यकर्ताओं को आयोडीन और आयरन युक्त डबल फोर्टिफाइड नमक के इस्तेमाल के लिए लोगों को और जागरूक करना पड़ेगा ताकि एनीमिया जैसी बीमारियों को दूर किया जा सके।'
पीएम मोदी ने आशा और आंगनबाड़ी वर्करों से कहा 'स्वस्थ और सक्षम भारत के निर्माण में आप सभी की शक्ति पर मुझे, पूरे देश को पूरा भरोसा है। हमें मिलकर कुपोषण के खिलाफ, गंदगी के खिलाफ, मातृत्व की समस्याओं के खिलाफ सफलता हासिल होगी। तभी ट्रिपल A की हमारी ये ताकत देश को A ग्रेड में रखेगी, शीर्ष पर रखेगी।