नई दिल्ली। दो आतंकियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इनकी गिरफ्तारी बृहस्पतिवार रात लाल किला के पास अंतराज्जीय बस अड्डा से हुई है, लेकिन खुलासा शुक्रवार को हुआ। गिरफ्तार दोनों आतंकी परवेज राशिद और जमशेद जहूर मूलरूप से जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं और इस्लामिक ग्रुप ऑफ जम्मू-कश्मीर से जुड़े हैं।
पुलिस दोनों से पूछताछ में जुटी है, लेकिन इसका पता नहीं चल पाया कि ये दिल्ली में किस मकसद से आए थे? बताया जा रहा है कि आतंकी दिल्ली में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, जमशेद जहूर के पिता जम्मू कश्मीर पुलिस में हैं और परवेज के भाई की मौत एनकाउंटर में हुई थी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में खूफिया एजेंसियों ने देश में आतंकी गतिविधियों को लेकर गृह मंत्रालय और पुलिस को अलर्ट जारी किया था। 15 अगस्त पर आतंकियों द्वारा किसी तरह की घटना को अंजाम देने की संभावना को देखते हुए भी राजधानी में कड़ी सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे।
दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक की मानें तो देश की राजधानी होने की वजह से दिल्ली हमेशा आतंकियों के निशाने पर रहती है। दिल्ली पुलिस आयुक्त के मुताबिक, दिल्ली में हमेशा आतंकी हमले के इनपुट रहते हैं। दिसंबर, 2017 में जैश ए मोहम्मद बड़े हमले की धमकी दे चुका है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए सभी कदम उठाने जा रहे हैं, साथ ही किराएदार व नौकरों के वेरिफिकेशन करने पर भी जोर दिया जा रहा है। दिल्ली मेट्रो आतंकियों के निशाने पर हो सकती है। दिल्ली के साथ एनसीआर की भी लाइफ लाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो पर आतंकी हमला हो सकता है। तकरीबन दो साल पहले संसद की एक स्थायी समिति ने दिल्ली मेट्रो पर आतंकी हमले की आशंका जताई थी।
गृह मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा बढ़ाए जाने की सख्त जरूरत है ताकि किसी भी आतंकी हमले से निपटा जा सके। मेट्रो स्टेशनों पर दिल्ली पुलिस की तैनाती को बढ़ाया जाना चाहिए ताकि मेट्रो स्टेशनों की सुरक्षा को और ज्यादा चुस्त दुरुस्त बनाया जा सके। गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो में हर दिन करीब 26 लाख अधिक लोग सफर करते हैं। फिलहाल दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा मुख्य रूप से सीआईएसएफ के जिम्मे है।