नई दिल्ली/गाजियाबाद। प्रसिद्ध जैन मुनि तरुण सागर महाराज को उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में समाधि दी जाएगी। तरुण सागर की अंतिम यात्रा दुहाई गांव के पास पहुंच चुकी है। अंतिम यात्रा के दौरान हज़ारों की भीड़ उनके पीछे-पीछे चल रही है। यहां के तरुण सागरम तीर्थ पर श्रद्धालुओं का हुजूम लगा हुआ है। बड़ी संख्या में कारें सड़क के आसपास खड़ी है, जिससे हाईवे पर भीषण जाम लग गया है। हालांकि, पुलिस इसके मद्देनजर रूट डायवर्जन किया है, लेकिन इसका कम ही असर दिखाई दे रहा है। बड़ी संख्या में महिलाएं भी पैदल चल रहीं हैं।
गौरतलब है कि जैन मुनि तरुण सागर महाराज का शनिवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया। वह 51 वर्ष के थे। उनकी हालत कई दिनों से गंभीर बनी हुई थी। मैक्स अस्पताल की ओर से कहा गया था कि उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। जानकारी के मुताबिक, जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज का निधन शनिवार सुबह तीन बजे हुआ। कृष्णा नगर के राधे पूरी एक घर में उन्होंने अंतिम सांस ली।
दिल्ली के शाहदरा से जैन मुनि के पार्थिव शरीर को समाधि के लिए गाजियाबाद के मुरादनगर ले जाया जा रहा है। दिल्ली में इस दौरान जैन समुदाय से जुड़े सैकड़ों लोग यात्रा में शामिल हुए। बारिश के दौरान भी यात्रा नहीं रुकी। गाजियाबाद के रास्ते जैन मुनि के शव को राधे पुरी से मोदीनगर (यूपी) ले जाया जा रहा है। यहां पर तरुण सागर जी नाम से एक आश्रम है, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर शव यात्रा के दौरान सैकड़ों लोग शामिल थे।
बताया जा रहा है कि जैन मुनि तरुण सागर बुखार और पीलिया की बीमारी से जूझ रहे थे। वैशाली के मैक्स अस्पताल में उन्हें करीब 15 दिन तक भर्ती रखा गया था। उनके कुछ शिष्यों ने जानकारी दी है कि जैन मुनि जी को कैंसर की बीमारी थी, जिसका वह पिछले काफी समय से सामना कर रहे थे। गत 30 अगस्त को अस्पताल से छुट्टी करवाकर उन्हें कृष्णा नगर के राधे पुरी लाया गया था। जैन मुनि राधे पूरी में एक समुदाय के घर में गत 27 जुलाई से चातुर्मास कर रहे थे। यह फोटो अस्पताल से राधे पूरी लाने के दौरान की है।
वहीं, डॉक्टरों के हवाले से कहा जा रहा है कि 15 दिन पहले पीलिया की शिकायत मिलने के बाद तरुण सागर महाराज को मैक्स अस्पताल में लाया गया था, लेकिन ई्लाज के बाद भी उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। बुधवार को उन्होंने आगे इलाज कराने से मना कर दिया और अपने अनुयायियों के साथ बृहस्पतिवार शाम कृष्णा नगर (दिल्ली) स्थित राधापुरी जैन मंदिर चातुर्मास स्थल आ गए थे। यहां पर भी वह लगातार डॉक्टरों की निगरानी में थे।
तरुण सागर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। उन्होंने शोक संदेश के साथ जैन मुनि के साथ अपनी एक फोटो भी ट्वीट की है। ट्वीट में लिखा है- 'जैन मुनि तरुण सागर के निधन पर गहरा दुख हुआ है। हम उन्हें उनके उच्च विचारों और समाज के लिए योगदान के लिए याद करेंगे। उनके विचार लोगों को प्रेरित करते रहेंगे।'