राष्ट्रीय
चुनाव आयोग ने कहा- किसी भी सूरत में संभव नहीं हैं एक साथ चुनाव
By Deshwani | Publish Date: 23/8/2018 7:04:36 PM नई दिल्ली। पूरे देश में सभी चुनाव एक साथ कराने की अटकलों पर विराम लगाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ओपी रावत ने कहा है कि किसी भी सूरत में ऐसा करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी कानूनी ढांचे को बनाए बिना लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की कोई संभावना नहीं है।
देश में एक साथ चुनाव कराने के बारे में पूछने पर रावत ने कहा, 'कोई चांस नहीं।' वो औरंगाबाद में संवाददाताओं के सवालों के जवाब दे रहे थे। उनसे सवाल किया गया था कि क्या लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराना व्यावहारिक है। लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होने हैं। वहीं मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी देश भर में एक साथ चुनाव कराने की वकालत रही रही है। पीएम नरेंद्र मोदी भी कई बार इसका जिक्र कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने साथ ही ये भी कहा है कि सभी पक्षों को मिलकर विचार करना चाहिए कि ऐसा कैसे किया जा सकता है। दूसरी ओर विपक्षी दलों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है। बीजेपी का कहना है कि एक साथ चुनाव कराने से खर्च कम होगा और देश में सरकारों को बार-बार राजनीतिक मजबूरियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का कहना है कि समय समय पर होने वाले चुनावों से राजनीतिक दलों पर जनता के पक्ष में काम करने का दबाव बना रहता है।