नई दिल्ली। लंबे समय से खराब स्वास्थ्य से जूझ रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली के एम्स में गुरुवार शाम 05 बजकर 05 मिनट पर अंतिम सांस लीं। एम्स ने गुरुवार शाम 05.30 बजे मेडिकल बुलेटिन जारी कर इस बात की जानकारी दी। भारतीय राजनीति के इस शिखर पुरुष के निधन की खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। क्या सत्ता पक्ष, क्या विपक्ष, क्या सिनेमा जगत और क्या आम आदमी हर कोई इस दिग्गज विभूति को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
अटल जी के पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान 6 कृष्णा मेनन मार्ग लाया जाएगा। दिल्ली के विजय घाट पर अटल जी के स्मारक के लिए जमीन आवंटित की गई है और यहां उनके विशाल स्मारक के लिए डेढ़ एकड़ जमीन आवंटित की गई। दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर ने विजय घाट पर उस जगह का मुआयना किया जहां अटल जी का स्मारक बनेगा।
वहीं अटल जी के निधन पर 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। अटल जी के निधन के बाद बीजेपी मुख्यालय में झंडा झुका दिया गया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक जताया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है। हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अटल जी के निधन पर उन्हें याद करते हुए लिखा 'पूर्व प्रधानमंत्री व भारतीय राजनीति की महान विभूति श्री अटल बिहारी वाजपेयी के देहावसान से मुझे बहुत दुख हुआ है। विलक्षण नेतृत्व, दूरदर्शिता तथा अद्भुत भाषण उन्हें एक विशाल व्यक्तित्व प्रदान करते थे।उनका विराट व स्नेहिल व्यक्तित्व हमारी स्मृतियों में बसा रहेगा'