नई दिल्ली। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत नाजुक बनी हुई है। पिछले 24 घंटे में उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ है। इस बीच थोड़ी देर में एम्स की ओर से वाजपेयी का नया हेल्थ बुलेटिन जारी किया जाएगा। आज सुबह ही उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू वाजपेयी का हाल जानने पहुंचे।
एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम लगातार वाजपेयी के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है। एम्स की ओर से कल शाम जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया था कि उनकी हालत नाजुक है, पिछले 24 घंटे में उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ है। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कल शाम एम्स पहुंचकर वाजपेयी का हाल जाना था। मोदी करीब 50 मिनट तक एम्स में रहे। प्रधानमंत्री के अलावा कई और केंद्रीय मंत्रियों ने अस्पताल जाकर वाजपेयी के हेल्थ की जानकारी ली। पक्ष-विपक्ष के तमाम नेताओं ने ट्वीट कर वाजपेयी के दीर्घायु होने की कामना की। वाजपेयी के स्वास्थ्य के बारे में लोग दुआएं कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देखने एम्स पहुंचे। उनके बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी पूर्व पीएम को देखने एम्स पहुंचे। इनके अलावा सुरेश प्रभु, हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह, शाहनवाज हुसैन भी वाजपेयी को देखने पहुंचे। पीएम से पहले स्मृति ईरानी भी वाजपेयी को देखने एम्स पहुंचीं।
पीएम मोदी रोजाना अटल बिहारी वाजपेयी की मेडिकल कंडीशन की जानकारी ले रहे हैं। 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता वाजपेयी बीते 11 जून से अस्पताल में भर्ती हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर अटल बिहारी वाजपेयी के जल्द ठीक होने की कामना की। अकाली नेता हरसिमरत कौर बादल ने भी प्रार्थना की।
सूत्रों के मुताबिक एम्स में भर्ती अटल बिहारी वाजपेयी की हालत पिछले 24 घंटे में ज्यादा बिगड़ गई। उनके यूरिन, सीने और किडनी में इंफेक्शन बढ़ गया है. डॉक्टरों का पैनल उनकी निगरानी कर रहा है।
भाजपा के 93 वर्षीय अनुभवी नेता को किडनी ट्रैक्ट इंफेक्शन, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, पेशाब आने में दिक्कत और सीने में जकड़न की शिकायत के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। मधुमेह से ग्रस्त वाजपेयी की एक ही किडनी काम करती है। 2009 में उन्हें आघात आया था, जिसके बाद उन्हें लोगों को जानने-पहचानने सहित कई तरह की समस्याएं होने लगीं। बाद में उन्हें डिमेशिया की दिक्कत हो गई।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल शाम वाजपेयी का हालचाल जानने के लिए एम्स गए थे। मोदी के अलावा केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु, रेल मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, विज्ञान और पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन, प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह और स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी वाजपेयी के गिरते स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे थे।